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आध्यात्मिकता क्या है?
आध्यात्मिकता का मतलब यह समझना है कि हम वास्तव में कौन हैं। यह समझ किसी भी माध्यम से आ सकती है। कुछ समय के लिए शांत रहकर, मन को सुख देने वाली गतिविधियों के माध्यम से या सिर्फ कुछ मिनट ध्यान में बैठकर। (Photo: Freepik) क्यों लगाते हैं भगवान पर चंदन का लेप और माथे पर तिलक, सेहत से कैसे जुड़ा है यह अध्यात्म -
आध्यात्मिकता जिंदगी में स्थिरता लाती है। अध्यात्म हमें सिखाता है कि हम अपने जीवन को पूरी तरह, तनाव मुक्त और अर्थ के साथ कैसे जीएं। अध्यात्म के मार्ग पर चल कर जीवन में बड़े से बड़े फैसले को आसान तरीके से लिया जा सकता है। (Photo: Freepik)
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अध्यात्म को सरल मार्ग है ध्यान लगाना
जब हम ध्यान लगाते हैं तो यह शरीर को कई सारे लाभ पहुंचाता है। खासकर हमारे मस्तिष्क पर इसका गहरा असर पड़ता है। मन शांत रहता है, सोच सकारात्मक होती है। जीवन के प्रति बेहतर दृष्टिकोण विकसित होता है। अधिक सहानुभूतिशील और करुणामय बनते हैं। इसके साथ ही समस्त मानसिक और शारीरिक रूप के लिए यह फायदेमंद है। (Photo: Freepik) -
आध्यात्मिकता की राह पर जाने के लिए एक नियम है। यह नियम 5-7-5 है। इसे नियमित रूप से सुबह के वक्त 20 मिनट तक करना चाहिए। (Photo: Freepik) मंदिर या फिर वृक्षों के चारों ओर परिक्रमा क्यों करते हैं? क्या कहते हैं इसे
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पहले 5 मिनट- सकारात्मक वाक्यों से करें शुरुआत
दिन की शुरुआत सकारात्मक वाक्यों के साथ करें। जैसे खुद पर भरोसा रखना, यह कहना है आप स्वस्थ और सुखी हैं इत्यादि। यह धीरे-धीरे दिमाग को सकारात्मकता और संतुलन की ओर ले जाता है। इससे मन संतुलित रहता है और सकारात्मक बनता है। (Photo: Freepik) -
7 मिनट- ध्यान
इसके बाद 7 मिनट तक ध्यान करें। इस समय आप अपने विचारों को आने-जाने दें और बीच में कुछ देर के लिए मन को शांत रखें। अगर मन भटकता है, तो धीरे से ध्यान को वापस लाएं। यह ध्यान आपके भीतर की ऊर्जा और सांस की आवाज से जुड़ने में मदद करता है। (Photo: Freepik) -
5 मिनट तक हल्की गतिविधि करें
अंत में 5 मिनट इससे भी अधिक समय तक हल्की गतिविधि करें। इसमें योग, स्ट्रेचिंग, सांस की एक्सरसाइज या सूर्य नमस्कार को शामिल करें। इससे मन को सक्रिय रखने में मदद मिलती है। (Photo: Freepik) -
5-7-5 नियम के फायदे
इससे तनाव, चिड़चिड़ापन और चिंता कम हो सकती है। साथ ही भावनाओं, मूड और शरीर पर नियंत्रण बेहतर होता है। वहीं, दिन भर मानसिक और शारीरिक संतुलन बना रहता है। (Photo: Freepik) शाम के वक्त घर में क्यों जलाया जाता है कपूर का तेल और लौंग