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आयुर्वेद नीम का इस्तेमाल कई सारी बीमारियों को दूर करने के लिए करता है। सद्गुरु ने इसे एक चमत्कारी औषधि बताया है। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया है कि नीम की पत्तियों को एक चीज के साथ सेवन करने से कई सारे शरीर को लाभ मिलते हैं। (Photo: Meta AI)
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जड़ी-बूटी है नीम
दरअसल, सद्गुरु के अनुसार नीम की पत्तियों के साथ हल्दी के सेवन से शरीर को कई सारे चमत्कारी लाभ मिलते हैं। नीम की पत्तियों और इसके अन्य भाग को सदियों से आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में इस्तेमाल किया जाता है। नीम में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। -
शरीर के लिए बेहद जरूरी है हल्दी
हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है जो एक प्राकृतिक यौगिक है और इसमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। हल्दी जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। साथ ही इम्यूनिटी को भी बढ़ावा देती है और पाचन को दुरुस्त रखती है। रोज सुबह नीम और हल्दी को एक साथ खाने से शरीर को कई सारे लाभ मिलते हैं। -
पाचन तंत्र
सद्गुरु के अनुसार, नीम और हल्दी को जब एक साथ खाया जाता है तो इनके पोषक तत्व और भी बढ़ जाते हैं। यह पाचन तंत्र में मौजूद हानिकारक सूक्ष्मजीव जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं उन्हें नष्ट करते हैं जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और इससे जुड़ी समस्याओं से राहत मिल सकता है। -
ऊर्जा का संचार
सद्गुरु के अनुसार, नीम और हल्दी के सेवन से शरीर में ऊर्जा का संचार सही तरीके से होता है। इनके सेवन से इंद्रियों को शांत करने में मदद मिल सकती है। मन शांत और एकाग्र होता है। -
शरीर को करता है डिटॉक्स
खाली पेट हल्दी और नीम का सेवन शरीर को प्रभावी ढंग से डिटॉक्स करने काम करता है। सद्गुरु के अनुसार शरीर को शुद्ध यानी डिटॉक्स करने का एक बेहतरीन तरीका है। इसके सेवन से शरीर में मौजूद कैंसरकारी कोशिकाओं से भी छुटकारा मिल सकता है। -
मौसमी बीमारी और सर्दी-खांसी में कारगर
मौसमी बीमारी या फिर सर्दी-खांसी की समस्या होने पर सद्गुरु नीम, काली मिर्च, शहद और हल्दी का सेवन करने की सलाह देते हैं। इसके लिए 10-12 काली मिर्च को हल्का कुचलकर उसमें दो चम्मच शहद मिलाकर रातभर भिगोकर रख दें। सुबह इसे खाली पेट खाने से यह समस्याएं खत्म हो सकती हैं। -
खून को साफ करता है
सद्गुरु के अनुसार, हल्दी रक्त को शुद्ध करती है। इसके साथ ही हल्दी न केवल शरीर-क्रिया (Physiology) पर काम करती है, बल्कि ऊर्जा तंत्र पर भी गहरा प्रभाव डालती है। यह रक्त, शरीर और ऊर्जा प्रणाली को शुद्ध करती है। हल्दी का सक्रिय यौगिक करक्यूमिन दिल को स्वस्थ रखता है साथ ही शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और पाचन बेहतर होता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं और आंतरिक सूजन को कम करते हैं। -
खाने का सही तरीका और मात्रा
सद्गुरु के अनुसार शरीर को एक निश्चित स्तर पर संतुलन में रखने के लिए और पाचन प्रक्रिया की कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए सुबह खाली पेट थोड़ा-सा नीम और हल्दी लेने के बाद गुनगुना पानी पीना चाहिए।
