-
नवरात्रि और अन्य त्योहारों पर रखे जाने व्रत के दौरान साबूदाना का सेवन लोग खूब करते हैं। लेकिन व्रत में साबूदाना क्यों खाते हैं? कैसे बनता है और इसके क्या-क्या फायदे हैं? आइए जानते हैं: (Photo: Amazon India)
-
व्रत के दौरान लोग साबूदाने की खिचड़ी, टिक्की, पकौड़ी और खीर बनाकर सेवन करते हैं। (Photo: Freepik)
-
क्यों खाते हैं साबूदाना?
नवरात्रि हो या अन्य कोई व्रत किसी में भी अनाज का सेवन नहीं किया जाता है। साबूदाना को बेहद ही शुद्ध और सात्विक भोजन माना जाता है। यह किसी अनाज से नहीं बनता जिसके चलते लोग उपवास में इसका सेवन करते हैं। (Photo: Aarti Madan/FB) -
पौधा
टैपिओका (Tapioca) नामक एक पौधे की जड़ में जो फसल लगती है उसी से साबूदाना बनाया जाता है जो दिखने में बिल्कुल शकरकंद जैसा होता है। (Photo: Pexels) -
कैसे बनता है साबूदाना
जब टैपिओका की फसल तैयार हो जाती है तो उसके ऊपरी भाग को काटकर अलग कर दिया जाता है और जड़ को अच्छी तरह से साफ कर लिया जाता है। फिर जड़ को पीसा जाता है जिसके बाद इसमें से सफेद स्टार्च निकलता है जो दिखने में बिल्कुल दूध जैसे होता है। इस स्टार्च को रिफाइन कर गर्म किया जाता है फिर मशीन से दानेदार आकार दिया जाता है जो साबूदाना बनता है। (Photo: Pexels) -
सिर्फ भारत नहीं यहां भी खाते हैं
सिर्फ भारत ही नहीं ब्राजील, अमेरिका और एशिया के अलावा भी दुनिया के कई देशों में साबूदाने का खूब इस्तेमाल होता है। यूरोप के कुछ हिस्सों में इसे कासावा नाम से जाना जाता है। वहीं, दुनिया में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। (Photo: Aarti Madan/FB) -
भारत में कहां होती है खेती
भारत में सबसे अधिक केरल में साबूदाने की खेती होती है। इसके अलावा तमिलनाडु में भी इसके खेती होती है। मलयालम में इसे कप्पा कहते हैं। (Photo: Amazon India) -
भारत कैसे पहुंचा
साबूदाना साल 1880-1885 तक में त्रावणकोर भीषण अकाल पड़ा जिसके चलते वहां खाने-पीने की किल्लत हो गई। त्रावणकोर के तत्कालीन महाराजा विशाखम थिरूनल राम वर्मा ने अपने सलाहकारों से खाने के वैकल्पिक चीजों का इंतजाम करने के लिए कहा। इसके बाद चावल के विकल्प के रूप में साबूदाने को पेश किया गया। बाद में ये पूरे भारत में पॉपुलर हो गया। केरल में साबूदाने को खूब खाया जाता है। साबूदाने से कई तरह के आइटम नाश्ते और लंच में केरल के लोग खाते हैं। (Photo: Amazon India) डिनर के बाद सिर्फ 10 मिनट टहलने के 8 फायदे -
साबूदाना के पोषक तत्व
साबूदाना में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद होते हैं। इसमें फाइबर, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम और एंटी ऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। (Photo: Pexels) -
फाइबर
साबूदाना में डाइटरी फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है जिसके सेवन से पेट काफी लंबे समय तक भरा महसूस होता है यही वजह है कि व्रत में इसका सेवन खूब किया जाता है। साथ ही इसके सेवन से पेट से जुड़ी कई समस्याओं में लाभ मिलता है। (Photo: Freepik) -
आयरन
आयरन से भरपूर साबूदाना के सेवन से लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद मिलती है। इसके साथ ही खून की कमी से होने वाली बीमारी एनीमिया से भी राहत मिल सकता है। (Photo: Freepik) -
हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर मरीजों के लिए पोटेशियम बेहद जरूरी है और ये साबूदाने में अच्छी मात्रा में पाया जाता है जिसके सेवन से बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर कंट्रोल में किया जा सकता है। (Photo: Pexels) -
हड्डियों के लिए है लाभकारी
कैल्शियम, आयरन और विटामिन-के हड्डियों के लिए बेहद ही लाभकारी होते हैं और ये सारे गुण साबूदाना में अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। (Photo: Freepik) -
प्रोटीन
साबूदाना में प्रोटीन भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जिसके चलते व्रत में इसका सेवन फायदेमंद बताया गया है। (Photo: Freepik) -
पाचन
साबूदाना हल्का और जल्दी पचने वाला फूड है साथ ही ये ग्लूटेन फ्री होता है जो पाचन तंत्र के लिए बेहद ही फायदेमंद है। (Photo: Freepik) -
ऊर्जा
साबूदाना ऊर्जा का अच्छा स्रोत है। इसमें कार्बोहाइड्रेट अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो उपवास के दौरान शरीर को ऊर्जा देना का काम करता है। (Photo: Freepik) नवरात्रि के 9 दिनों तक क्या खाना खाएं और किन चीजों को छूना तक नहीं चाहिए?
