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मुलायम सिंह यादव के बारे में यह चर्चा रही है कि उनके विरोधी दल के नेता भी उनकी बातों को मानते हैं और कई बार विरोधी दल के नेता उनकी राजनैतिक मदद भी करते हैं। ऐसा ही साल 1991 में हुआ था, जब कांग्रेस की एक चाल लीक हो गई थी और मुलायम ने कांग्रेस को अपने चरखा दांव में लपेट लिया था।
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यूपी को लेकर 1991 में कांग्रेस ने एक बड़ी चूक की थी। मुलायम उस वक्त कांग्रेस के समर्थन से सीएम बने थे, लेकिन गलती कांग्रेस से समर्थन देने नहीं, बल्कि समर्थन वापस लेने में एक दिन की देरी से हुई थी। इसे भी पढ़ें- 5 बार पार्टी बदले थे मुलायम सिंह यादव, सपा नहीं, बल्कि इस दल से बने थे पहली बार यूपी के सीएम
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असल में 1989 में केंद्र के साथ-साथ यूपी से भी कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई थी। केंद्र में वीपी सिंह के नेतृत्व में जनता दल की सरकार बनी थी और यूपी में मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में।
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करीब एक साल के अंदर ही अंदर वीपी सिंह की सरकार गिर गई, साथ ही जनता दल भी टूट गया था। केंद्र में चंद्रशेखर कांग्रेस के समर्थन से प्रधानमंत्री हुए थे। इसे भी पढ़ें- मुलायम सिंह यादव के खिलाफ तीन विधानसभा से जब उतरे थे तीन और मुलायम, नाम से उलझाने की थी राजनीति
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मुलायम सिंह यादव भी वीपी सिंह का पाला छोड़कर चंद्रशेखर के साथ आ गए तो कांग्रेस ने यूपी में भी मुलायम सिंह यादव सरकार को गिरने से बचा लिया। उस समय विधानसभा में कांग्रेस के 94 विधायक थे, लेकिन चंद्रशेखर की सरकार चार महीने ही चल पाई थी कि कांग्रेस के साथ उनका टकराव हो गया और उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
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कांग्रेस उधेड़बुन में थी कि यूपी में वह मुलायम सिंह यादव सरकार को समर्थन जारी रखे या नहीं। पार्टी के अधिकांश नेताओं का कहना था कि मुलायम को चंद्रशेखर के चलते ही समर्थन दिया गया था और अब जब चंद्रशेखर से रिश्ता खत्म हो गया तो मुलायम सरकार से भी समर्थन वापस लेना चाहिए।
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ऐसे में 1991 कांग्रेस मुलायम से समर्थन वापस लेकर यूपी में राष्ट्रपति शासन लगवाने की चाल चल रही थी, और इसकी भनक मुलायम को लग गई। इसे भी पढ़ें- आपस में समधी हैं लालू प्रसाद और मुलायम सिंह यादव, दोनों नेताओं में समान हैं ये 7 बातें
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जिस रात कांग्रेस मुलायम से समर्थन वापस लेने का फैसला की उसकी अगली सुबह मुलायम राज्यपाल के पास पहुंच गए और अपना इस्तीफा दे दिया।
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राज्यपाल बी सत्यनारायण रेड्डी ने ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए उन्हें अगली व्यवस्था तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने का आदेश कर दिया और कांग्रेस की चाल धरी की धरी रह गई। Photos: PTI