उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जिले में मां-बाप अपनी बेटी की लाश के साथ करीब एक महीने से रह रहे थे। लेकिन जब पड़ोसियों की इसकी भनक तक लगी तो सारा मामला सामने आ गया। दरअसल कटरा कोतवाली के हथिया फाटक मोहल्ले में रिटायर्ड पुलिस इंस्पेकटर दिलावर खान अपनी पत्नी और बेटी जीनत के साथ रहते थे। उनके दो बेटे भी हैं जिनके नाम अनवार हुसैन व आफताब हुसैन है लेकिन दोनों उनके साथ नहीं रहते। वह काफी दिनों से उनसे मिले भी नहीं आए थे।
बताया जा रहा है कि करीब एक महीने पहले बेटी की मौत हो गई थी। पड़ोसी लगातार आ रही दुर्गंध से परेशान हुए तो उन्होंने रविवार (16 जून 2019) को रिटायर्ड इंस्पेक्टर के दोनों बेटों को इसकी जानकारी दी।
पड़ोसियों के फोन करने पर दोनों घर पहुंचे। इसके बाद जब वह घर में दाखिल हुए तो उन्हें बहन का मृत शरीर दिखाई पड़ा। पुलिस को इसकी सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकाल लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मामले में एसपी अवधेश कुमार पांडेय ने बताया कि ‘बेटी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले में जांच जारी है। लेकिन अबतक की जांच के आधार पर सामने आया है कि बेटी की मौत के बाद अभिभावकों ने उसके शव को कमरे में ही रख लिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि यह मौत किन हालातों में हुई। यह भी पता चल सकेगा की मौत प्राकृतिक है या फिर आप्राकृतिक।
अनवार हुसैन के मुताबिक, हमें पड़ोसियों की ओर से लगातार फोन आ रहे थे कि हमारे घर से लगातार दुर्गंध आ रही है। इस बीच मैंने घर पर फोन भी किया लेकिन किसी से बात नहीं हो सकी। मां-बाप मानसिक रूप से बीमार हैं जबकि बहन जीनत विक्षिप्त थी और बीमारी की वजह से उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद मां-पिता ने किसी को इसकी सूचना नहीं दी। वह जीनत को एक जिंदा शख्स की तरह मान रहे थे इसलिए शव के साथ ही रहे थे।

