केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल की CM ममता बनर्जी पर वार करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ‘जन कल्याण’ के लिए काम कर रही है वहीं TMC सरकार ‘भतीजा कल्याण’ में व्यस्त है। ममता बनर्जी के शासनकाल में बंगाल की स्थिति वाम शासन से भी बदतर है।

अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, सीएम ममता बंगाल के लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरने में विफल रही हैं, इसलिए टीएमसी के नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, क्योंकि ममता ने राज्य की जनता का भरोसा खो दिया है। चुनाव आने तक वह अकेली रह जाएंगी। उन्हें इसके लिए आत्मचिंतन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ममता दीदी का 10 साल का कार्यकाल तानाशाही भरा रहा।

अमित शाह ने कहा, दीदी बंगाल की जनता को आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिलने दे रही, क्योंकि ये योजना मोदी जी ने शुरु की। वह बंगाल की जनता को विश्वास दिलाते हैं कि बीजेपी सरकार आने के बाद हम पहली कैबिनेट में प्रस्ताव करेंगे कि राज्य में ये योजना लागू हो। उन्होंने कहा, ममता दीदी ने पिछले दिनों एक कागज भेजा है कि वह किसान सम्मान निधि योजना लागू करने के लिए सहमत हैं। उनका कहना था कि दीदी ने सिर्फ कागज भेजा है। किसानों की सूची के साथ बैंक खातों का ब्योरा उन्होंने नहीं भेजा। वह जनता को बेवकूफ बनाने के लिए केवल खानापूर्ति कर रही हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, ममता सरकार ने बंगाल की भूमि को रक्त-रंजित किया है। दीदी ने घुसपैठियों को बंगाल में घुसने की छूट दे रखी है। घुसपैठियों को सिर्फ नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बनने वाली भाजपा सरकार ही रोक सकती है। अमित शाह ने कहा कि टीएमसी ने 10 साल पहले वाम दलों से लड़ने के बाद सरकार का गठन किया, लेकिन वह लोगों की आकांक्षाओं पर खरी नहीं उतरी हैं।

केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि घर लौट रहे प्रवासी कामगारों के लिए ‘गरीब रोजगार योजना’के तहत देशभर में 50 करोड़ से अधिक श्रम दिवस सृजित किए गए, लेकिन बंगाल में ऐसा नहीं किया गया। ईरानी ने कहा कि महामारी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 80 करोड़ लोगों को आठ महीने तक पांच किलोग्राम चावल और एक किलोग्राम दाल देने की व्यवस्था की, लेकिन पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने लॉकडाउन के दौरान इसे लूट लिया। केंद्र ने जो श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियां चलाई थीं, उन्हें ममता बनर्जी ने कोरोना एक्सप्रेस नाम दिया था। ईरानी ने कहा, वह उनसे पूछना चाहती हैं कि बंगाल के बेटे-बेटियों को क्या वह वायरस मानती हैं।

टीएमसी से हाल ही में भाजपा में शामिल हुए राजीव बनर्जी ने कहा कि टीएमसी को सत्ता में बने रहने का हक नहीं है। बनर्जी ने दावा किया कि राज्य में हर परिवार के लिए स्वास्थ्य साथी कार्ड और पांच लाख रुपये का मुफ्त मेडिकल बीमा बस एक झांसा है। गौरतलब है कि पहले अमित शाह को इस रैली में शिरकत करने के लिए बंगाल जाना था, लेकिन बाद में उनकी जगह स्मृति ईरानी गईं। शाह ने वीडियो के जरिए बैठक को संबोधित किया।