किसान नेता राकेश टिकैत एक टीवी चैनल पर बातचीत के दौरान अपना आपा खो बैठे। उन्होंने एंकर को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि 72 दिन से शर्म न आई किसी को। किसान यहां बैठा है, शर्म नहीं लगती। फिर उन्होंने एंकर को चेताया- हमारा साथ दो, नहीं तो अगला टारगेट आप भी होंगे।

टिकैत ने एंकर से कहा कि आपके ऊपर भी बंदूक का पहरा। आपकी कलम को सरकार बंधन में बांधी रही है। जब उसे लाल किला प्रकरण की बात की गई तो वह बोले, संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं। सरकार बात करती है नियम कायदों की, लेकिन जब आतंकवादी छोड़े गए थे, वो कौन से संविधान में था। उनका कहना था कि जिन लोगों ने लाल किले पर हुड़दंग मचाया, उन पर सरकार कार्रवाई करे। दरअसल, एंकर ने उनसे पूछा था कि लाल किले पर जिन लोगों ने हंगामा किया पुलिस के पास उनके वीडियो हैं। साक्ष्यों के आधार पर ही दिल्ली पुलिस कार्रवाई कर रही है।

ध्यान रहे कि गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किले पर हुए उपद्रव के मामले में पुलिस ने 25 आरोपियों की पहचान कर ली है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 25 संदिग्ध आरोपियों की पहचान तस्वीरों के जरिए की है। 200 से अधिक वीडियो फुटेज देखने के बाद फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद से इन आरोपियों की पहचान की है। इसमें दीप सिद्धू की भी तस्वीर शामिल है। हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने आम लोगों और मीडिया से वीडियो और फोटो शेयर करने की अपील की थी। जिससे लाल किला हिंसा में शामिल उपद्रवियों की पहचान हो सके।

एजेंसी के मुताबिक, बड़ी संख्या में आमलोगों ने दिल्ली पुलिस को हिंसा से जुड़े वीडियो दिए थे। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ मिलकर इन वीडियोज और तस्वीरों की जांच की। जिसके बाद 25 संदिग्ध उपद्रवियों की पहचान हो सकी। इन उपद्रवियों के खिलाफ इन तस्वीरों की मदद से आगे की कार्रवाई की जाएगी। तस्वीरों में लोग लाठी-डंडों, फरसा और तलवारों के साथ दिख रहे हैं। इससे साफ होता है कि हिंसा को किसी साजिश के तहत अंजाम दिया गया है।