मैच फिक्सिंग के लिए आजीवन प्रतिबंध झेलने वाले पहले पाकिस्तानी क्रिकेटर सलीम मलिक ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और आइसीसी से क्रिकेट में उनकी स्थिति को लेकर किसी भी तरह की भ्रम की स्थिति को स्पष्ट करने के लिये कहा है। मलिक ने कहा कि जब आइसीसी और पीसीबी फिक्सिंग के लिए प्रतिबंध झेलने वाले अन्य खिलाड़ियों को दूसरा मौका दे सकते तो फिर मुझे क्रिकेट से आजीविका चलाने से क्यों रोका जा रहा है।

उन्होंने कहा- मैं स्पॉट फिक्सिंग के लिये पांच साल का प्रतिबंध झेलने वाले तीन खिलाड़ियों की वापसी से खुश हूं लेकिन मैं हमेशा जस्टिस मलिक कयूम की जांच रिपोर्ट में मुझ पर लगाए गए फिक्सिंग के आरोपों और आजीवन प्रतिबंध से जूझता रहा हूं। पीसीबी ने भी कहा कि जहां तक उसका संबंध है तो मुझ पर आजीवन प्रतिबंध नहीं है और कानूनी तौर पर भी ऐसा है। पाकिस्तान की तरफ से 103 टैस्ट और 283 वनडे खेलने वाले मलिक ने कहा- अदालतों ने मेरे पक्ष में फैसला सुनाया और मैंने पीसीबी को उससे अवगत कराया। पीसीबी ने भी इस बारे में आइसीसी को लिखा लेकिन तब से दो साल हो गए हैं और आइसीसी का कोई जवाब नहीं आया है।