उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अक्सर भगवा रंग की कुर्सी या भगवा रंग की तौलिया लगी कुर्सी पर बैठे हुए नजर आते हैं लेकिन चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद जब सीएम योगी लखनऊ में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करने पहुंचे तो उनकी कुर्सी पर भगवा रंग वाला गमछा नहीं दिखाई दिया। इसी पर कुछ लोगों ने सीएम योगी पर तंज कसा है और इसे सत्ता परिवर्तन की आहट तक कह दिया है। 

सपा नेता ने कसा तंज: समाजवादी पार्टी के नेता राजीव राय ने ट्विटर पर लिखा कि “बाबा जी की कुर्सी से भगवा तौलिया गायब हो चुका है। सभी नेतागण सामान्य कुर्सी पर हैं, बाबा जी उदास भी नजर आ रहे हैं। आखिर ये सब चल क्या रहा है।” जीतेंद्र कुशवाहा नाम के यूजर ने लिखा कि “प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबा के चेहरे पर तनाव दिखना व हंसी गायब होना मतलब साफ है। समाचार खत्म है।”

लोगों की प्रतिक्रियाएं: हुसैन सैफी नाम के यूजर ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ की कुर्सी पर रहने वाली भगवा तौलिया के बारे में पूछते हुए लिखा कि “कुर्सी के पीछे का भगवा तौलिया कहां गया बाबा जी?” विवेक नाम के यूजर ने लिखा कि “चेहरा मुरझाया हुआ लग रहा है। हार साफ झलक रही है चेहरे पर।” संतोष सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि “भगवा रंग चढ़ेगा हमेशा के लिए कुर्सी पर, बार-बार भगवा तौलिया के खर्च से उदास हैं।”

अमरू नाम के यूजर ने लिखा कि “प्रेस वार्ता में तनाव कुछ ज्यादा महसूस होता दिखाई दे रहा है। पिछली वाली हंसी भी गायब है।” मनीष तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि “बाबा जी की कुर्सी से भगवा तौलिया गायब हो चुका है। बाबा जी उदास भी नजर आ रहे हैं। सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है?” समाजवादी भारत नाम के यूजर ने लिखा कि “बाबा मुख्यमंत्री ने हार मान ली है। उनका चेहरा भी लटका हुआ है और उनकी कुर्सी पर लटकने वाला भगवा तौलिया भी गायब है।”

सुधीर कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “भगवा तौलिया नहीं है, ये दिख गया परंतु बाबा जी के पीछे जो भाजपा सरकार लिखा हुआ है वो नहीं दिखा। आएंगे तो योगी जी ही।” बाबूलाल नाम के यूजर ने लिखा कि “समाजवादी नेताओं के सरकारी बंगलों को लाल रंगों से सजाया जा रहा है और बाबाजी का भगवा तौलिया जो हमेशा कुर्सी पर रखा जाता था, वो आज से ही गायब हो गया? कम-से कम 10 मार्च तक रुक जाते? यूपी से भाजपा जा रही है।”

बता दें कि सात मार्च को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में आखिरी चरण की वोटिंग हुई। एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी के नेता दावा कर रहे हैं कि इस बार वे सरकार बनाएंगे तो दूसरी तरफ बीजेपी का कहना है कि आएगी तो बीजेपी ही और सीएम योगी ही बनेंगे।