आजतक पर टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा कि टूलकिट शब्द को मोदी सरकार ने गढ़ा है। ऐंकर रोहित सरदाना ने उनसे कहा कि क्या ग्रेटा थनबर्ग से ट्वीट भी मोदी सरकार ने कराया था। ऐंकर ने उन्हें आड़े हाथ लेते हुए कहा कि विपक्ष के तौर पर सरकार से आपका विरोध जायज है, लेकिन जो खालिस्तान का सपना बेच रहा है, उसके साथ आप क्यों खड़े हैं। क्या आप पाकिस्तान की गोद में बैठेंगे।

डिबेट में अभय दुबे ने कहा कि विजय माल्या को देश से भगाने वाली सरकार किसानों को एनआईए के नोटिस दे रही है। उनका कहना था कि सरकार किसानों को कभी आतंकवादी बता रही है तो कभी देश तोड़ने वाला। ऐंकर ने उनसे फिर से पूछा कि देश जानना चाहता है कि खालिस्तान का समर्थन करने वालों के साथ आप क्यों खड़े हैं।

ऐंकर ने तल्ख लहजे में कहा कि कांग्रेस किसानों का समर्थन करते करते देश विरोधी ताकतों के सुर से सुर क्यों मिलाने लगी है। अभय दुबे का कहना था कि कांग्रेस की चिंता केवल किसानों को लेकर है। सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए, लेकिन वो नए मुद्दे गढ़ने में व्यस्त है।

बेंगलुरु की दिशा रवि पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने किसान आंदोलन के समर्थन में बनाई गई टूलकिट को एडिट कर उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया है। यह वही टूलकिट है, जिसे स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने सोशल किया था। दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर कहा है कि दिशा रवि उस टूलकिट की एडिटर हैं और उस दस्तावेज को तैयार करने से लेकर उसे सोशल मीडिया पर साझा करने वाली मुख्य साजिशकर्ता है।

गौरतलब है कि टूलकिट किसी भी मुद्दे को समझाने के लिए बनाया गया एक गूगल डॉक्यूमेंट होता है। यह इस बात की जानकारी देता है कि किसी समस्या के समाधान के लिए क्या-क्या किया जाना चाहिए? यानी इसमें एक्शन प्वाइंट्स दर्ज होते हैं. इसे ही टूलकिट कहते हैं। इसका इस्तेमाल सोशल मीडिया के संदर्भ में होता है।