पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान ने एक बार फिर भारत-पाक द्विपक्षीय क्रिकेट शृंखला की उम्मीद जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के बाद जल्दी ही ‘खुशखबरी’ मिल सकती है। हालांकि इस मसले पर अभी भी उम्मीदें बांधे रखने के लिए उनकी काफी आलोचना हुई है। पिछले कुछ महीने से भारत के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज के लिए लगातार कोशिश कर रहे शहरयार को भारत की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं मिला है। उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारतीय प्रधानमंत्री के दौरे के बाद सीरीज के लिए माहौल बनेगा और जल्दी ही कोई खुशखबरी मिलेगी।
इस बयान के बाद हालांकि उनकी काफी आलोचना हो रही है। पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष एजाज बट ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि वे पुराना राग क्यों अलाप रहे हैं। यह स्पष्ट है कि भारत फिलहाल हमारे साथ नहीं खेलना चाहता और ऐसा लग रहा है कि हम उनसे खेलने के लिए छटपटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट बहाल करने के लिए शहरयार की कोशिशों की मैं तारीफ करता हूं लेकिन उन्हें समझना होगा कि ताली दोनों हाथ से बजती है।
पूर्व कप्तान आमिर सोहेल ने कहा कि शहरयार को समझना चाहिए कि पाकिस्तान के साथ खेलने का मसला अब भारत पर छोड़ दिया जाए। सोहेल ने कहा कि भारत के खिलाफ खेले बिना भी आठ साल से पाकिस्तान क्रिकेट चल रहा है। अभी भी वे नहीं खेलते हैं तो बहुत फर्क नहीं पड़ेगा। शहरयार खान को कोई भी बयान देते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
उधर, आइसीसी अध्यक्ष और पूर्व कप्तान जहीर अब्बास का मानना है कि भारत के खिलाफ शृंखला की उम्मीद जताकर पीसीबी प्रमुख ने कुछ गलत नहीं किया। उन्होंने कहा कि क्रिकेट जगत भारत और पाकिस्तान को खेलते देखना चाहता है। महान बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने कहा कि शहरयार को भारत के साथ क्रिकेट के मामले में बयानबाजी करने के बजाय इंतजार की नीति अपनानी चाहिए।