त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव देव ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अगले साल होने वाले चुनाव से पहले त्रिपुरा को माणिक साहा के हाथ में सौंपने का फैसला हुआ है। इस्तीफा देने के बाद बिप्लव देव ने कहा कि पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर कदम उठाया है और पार्टी भविष्य में जो भी जिम्मेदारी देती है, उसे स्वीकर करेंगे।
बताया जा रहा है कि अब बिप्लव देब त्रिपुरा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनाये जा सकते हैं। त्रिपुरा में वर्ष 2023 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसी के मद्देनजर पार्टी ने ये बड़ा फेरबदल किया है। बिप्लव देव ने ट्वीट कर कहा, ‘डॉ माणिक साहा जी को विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन और नेतृत्व में त्रिपुरा समृद्ध होगा।’
सोशल मीडिया पर लोग बिप्लब देव के इस्तीफे पर चुटकी ले रहे हैं। जय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मोदी जी और अमित भाई की मर्जी’। राधेश्याम पासवान नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पार्टी सबको भूतपूर्व मुख्यमंत्री बना कर ही मानेगी। क्योंकि सबका पार्टी की मजबूती में योगदान है। इनको हिस्सा मिल गया दूसरे को मौका दो।’ आशुतोष नाम के यूजर ने लिखा कि ‘चिंतन शिविर कांग्रेस का लगा है और नतीजे भाजपा से सामने आ रहे हैं।
चिराग प्रजापति नाम के यूजर ने लिखा कि ‘मुझे ये समझ में नही आ रहा है कि सीएम बदलने से राज्य क्या तरक्की करने लगेगा, सरकार तो वो ही है ना? एक बार सरकार बदल कर देखो।’ आप नेता घानेंद्र भारद्वाज ने लिखा कि ‘आम आदमी पार्टी की नॉर्थ ईस्ट में मात्र आहट से ही बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व इस कदर डर गया कि उन्हें अपने एक मुख्यमंत्री को और हटाना पड़ा, ये डर अच्छा है। अभी तो ये शुरूवात भर है, आगे-आगे देखिए होता है क्या।’
भूषण नाम के यूजर ने लिखा कि ‘एक सीएम से पांच साल तक सरकार तो चला नहीं पा रहे, चाहे गुजरात हो या, हिमाचल या गोवा, या कर्नाटक।’ लोकेश अग्रवाल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘AAP का डर है, आप आ रही है, भाजपा जा रही है।’ युवा राजद नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इस्तीफा दिया नहीं, मोटा भाई ने दिलवाया।’ एक यूजर ने लिखा कि ‘नहीं नहीं, कुछ नहीं हुआ होगा। शौक में दिया है इस्तीफा क्योंकि कलेश तो सिर्फ कांग्रेस पार्टी में होता है।’