महाराष्ट्र में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गठबंधन के क्षेत्रीय सहयोगियों ने आगामी विधानसभा चुनाव में कुल 288 सीटों में 55 से 60 सीटों की मांग की है। विपक्षी गठबंधन के एक नेता ने गुरुवार को यह बात कही। पीजेंट एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल ने कहा कि सहयोगियों द्वारा मांगी गयी 55 से 60 सीटों की एक सूची जल्द ही कांग्रेस-एनसीपी नेतृत्व को भेजी जाएगी।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को कहा था कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस 125-125 सीटों पर चुनाव लड़ेगी तथा 38 विधानसभा क्षेत्र छोटे सहयोगियों के लिए छोड़े जाएंगे। पाटिल ने संवाददाताओं से कहा कि छोटे सहयोगी दल चाहते हैं कि स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता राजू शेट्टी कोल्हापुर जिले में शिरोल से चुनाव लड़ें। उन्होंने कहा कि छोटे सहयोगी दल उनके लिए मात्र 38 सीट छोड़ने के कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के फैसले से सहमत नहीं हैं।
शेट्टी ने कहा कि वह विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। एक अन्य सहयोगी, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) धड़े के राजेंद्र गवई ने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें 10 सीटों की पेशकश की है। हालांकि, दलित नेता ने कहा कि सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस के दृष्टिकोण से वह निराश हैं। बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख अक्टूबर तक घोषित हो सकती है।
शिवसेना ने दिखाए तेवर: चुनाव से पहले शिवसेना ने अपने तेवर फिर दिखाने शुरू कर दिए है। पार्टी का कहना है कि राज्य में उसका गठबंधन बराबरी पर है, न कि बड़े-छोटे की तरह। पार्टी का कहना है कि शिवसेना को अगर राज्य में आधी सीट नहीं दी जाती है तो बीजेपी के साथ उनका गठबंधन टूट सकता है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने गुरुवार को मुंबई में कहा कि बीजेपी को 50-50 के फॉर्मुले का सम्मान करना चाहिए। इसका फैसला गृगमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस की उपस्थिति में हुआ था।

