कर्नाटक के उडुपी में एक कॉलेज से शुरू हुआ हिजाब को लेकर विवाद थमता नहीं दिखाई दे रहा है। हिजाब विवाद पर कर्नाटक हाई कोर्ट में जस्टिस कृष्णा दीक्षित की एकल पीठ ने मामले को बड़ी बेंच के पास भेज दिया है। इस विवाद के बीच, कर्नाटक सरकार ने तीन दिनों तक सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। हिजाब विवाद को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। इस मुद्दे को लेकर एक टीवी डिबेट में AIMIM के प्रवक्ता ने कहा कि मुस्कान ने बहादुरी के साथ भगवा गमछा लिए आए 20-25 दरिंदों का सामना किया जो ‘JSR- JSR-‘ चिल्ला रहे थे, इस पर एंकर ने वारिस पठान को तुरंत टोका।
एबीपी न्यूज के डिबेट शो में AIMIM के प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा, “आपने देखा कल किस तरह से मुस्कान ने बहादुरी के साथ उनका सामना किया, 20-25 दरिंदे भगवा डालकर आ गए और चिल्लाते गए JSR (जय श्री राम), वो खड़ी रही और अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए और उसने साबित कर दिया कि मैं फ्लॉवर नहीं फायर हूं। न झुकुंगी, न डरूंगी। “
हालांकि, JSR बोलने पर एंकर रुबिका लियाकत ने वारिस पठान को नसीहत देते हुए कहा, “जेएसआर (JSR) क्या होता है, जय श्री राम होता है, जेएसआर कोई नहीं समझेगा। फ्लॉवर और फायर वह इसलिए कर पाईं हैं क्योंकि वह हिंदुस्तान की सरजमीं पर हैं। क्या यही काम पाकिस्तान में एक महिला कर पाती जो हिंदू है या सिख है?”
एंकर ने पूछा जय श्री राम नहीं बोलना, कैसा सेक्युलरिज्म है?: हिजाब विवाद पर वारिस पठान ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इस देश में संविधान है, हमारे देश में लोकतंत्र है, हम सेक्युलरिज्म की दुहाई देते हैं लेकिन अफसोस है कि भाजपा वाले इसकी धज्जियां उड़ाते हैं। पठान ने कहा कि आज हमारे देश के टुकड़े-टुकड़े करने की कोशिश की जा रही है। इस पर रुबिका लियाकत ने सवाल किया कि आप जय श्री राम बोल नहीं पाते हैं, क्या ये सेक्युलरिज्म है? ये कैसा सेक्युलरिज्म है, इस्लाम की आड़ में हिजाब पहनाएंगे, क्या ये सेक्युलरिज्म है?