योगगुरु बाबा रामदेव को भारतीय जनता पार्टी का समर्थक माना जाता है। साल 2014 के चुनाव में उन्होंने बीजेपी के लिए जनमत भी तैयार किया था। 2015 में देश भर में हुए सहिष्णुता और असहिष्णुता को लेकर बहस के दौरान उन्होंने एबीपी न्यूज के एक शो में कहा था कि ये सब मोदी के खिलाफ बस एक प्रोपगेंडा है। साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर बीजेपी के कोई नेता भी भड़काऊ बयान देते हैं तो उन्हें भी पार्टी से निकाल देना चाहिए।
बाबा रामदेव ने कहा था कि एक लोकतांत्रिक माध्यम से बने प्रधानमंत्री के लिए इतना अधिक असहिष्णु नहीं होना चाहिए कि हर समय उसकी आलोचना की जाए। मुझे लगता है कि जो कांग्रेसी और वामपंथी माइंडसेट के लोग हैं उन्हें अधिक दिक्कत हो रही है। सच्चाई यह है कि असहिष्णुता उनके अदंर है। उन्होंने एंकर से कहा कि मैंने प्रधानमंत्री जी से तीन बार मुलाकात की है। बैठते ही उन्होंने मुझे कहा था स्वामी जी कुछ लोग इस तरह के बयान दे रहे हैं उससे देश की छवि खराब हो रही है।मैं आपको उस व्यक्ति की आंतरिक वेदना बता रहा हूं।
बाबा रामदेव ने कहा कि मैंने एक बात उन्हें मुस्कुरा कर कहा और एक बात गंभीरता से कहा कि मोदी जी मेरे तरफ से ऐसा कोई बयान नहीं आएगा जिससे आप और आपकी सरकार को कोई संकट हो। दूसरी बात मैंने उनसे कहा था जो ये सब कर रहे हैं उन्हें नियंत्रित तो करना ही पड़ेगा।
जब एंकर ने उनसे कहा कि जब प्रधानमंत्री स्वयं मानते हैं कि ये बयान गलत है तो बाबा रामदेव ने जवाब दिया कि बीजेपी वाले जो भी ऐसे बयान दे रहे हैं उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए।
साथ ही बाबा रामदेव ने कहा कि क्या दूसरे देशों में आंतरिक समस्याएं नहीं होते हैं। हिंसा नहीं होती है? हमारे यहां भी आपस में खून-खराबा नहीं होना चाहिए किसी भी नाम पर। लेकिन जो भी हमारे आंतरिक समस्याएं है उसे आपस में ही सुलझा लें। इसे लेकर दुनिया में देश की बदनामी न करवाएं। लेकिन बाद में भी जब एंकर ने उनसे सवाल करना जारी रखा तो बाबा रामदेव भजन गाने लगे ईश्वर अल्लाह तेरे नाम, सबको सन्मति दे भगवान।