पिछले 12 दिनों से पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ रहें हैं, जिससे लोगों के बजट पर असर पड़ रहा है। आज भी पेट्रोल और डीजल के दामों में 80 पैसे की वृद्धि हुई है। मध्यप्रदेश में डीजल का दाम 100 रुपये के पार पहुंच गया है। वहीं राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल की कीमत 120 रुपये के पार पहुंच गई है, जबकि डीजल की कीमत 102 रुपये के पार है। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 112 रुपये के पार है जबकि डीजल 97 रुपये में बिक रहा है।

समाचार चैनल न्यूज़ 24 मंहगाई के मुद्दे को लेकर किसानों से बात करने मुज्जफरनगर पहुंचा था। इस दौरान रिपोर्टर ने एक किसान से पुछा कि क्या किसानों को पेट्रोल-डीजल पर सब्सिडी मिलनी चाहिए? इसके जवाब में एक किसान ने कहा कि, “डीजल पर किसानों को सब्सिडी मिलनी चाहिए क्योंकि अब बहुत मंहगा हो गया है और किसान ट्रैक्टर नहीं चला पा रहा है। अगर ऐसे ही रहा तो खेती मुश्किल हो जाएगी।”

वहीं एक अन्य किसान ने कहा कि, “सब्सिडी मिलने से ही किसानों को राहत मिलेगी। ये कहतें हैं कि पिछली सरकारों ने कोई विकास नहीं किया, मैं पूछता हूं कि अगर पिछली सरकारों ने कोई विकास नहीं किया तो आज तक देश में इतना विकास कैसे हुआ।’ जबकि एक अन्य किसान ने कहा कि, ‘सरकार को किसानों को पूरी सुविधा देनी चाहिए जो वो दे सके, किसानों को डीजल पर सब्सिडी मिलनी चाहिए।”

बता दें कि विपक्ष के नेता तेल के बढ़ते दामों को लेकर लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहें हैं। गुरुवार को राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के सांसदों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि, “पेट्रोल के दाम पिछले दस दिनों में 9 गुना बढ़ चुके हैं। हम मांग करते हैं कि सरकार तेल के दाम घटाए। बढ़ते दामों का असर देश की गरीब जनता पर हो रहा है।”

बता दें कि पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर केंद्र सरकार के मंत्री रूस – यूक्रेन युद्ध को जिम्मेदार ठहराती है। केन्द्र के कई मंत्रियों का कहना है कि युद्ध के कारण कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी हुई और इस कारण तेल के दाम बढ़ रहे हैं। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि युद्ध के कारण तेल के दामों में वृद्धि हो सकती है।