देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) एक समय आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के चलते विवादों में था। इस दौरान न्यूज़ चैनल ‘ज़ी न्यूज़’ के शो ‘ताल ठोक कर’ पर इसको लेकर चर्चा हो रही थी। तभी एंकर और कांग्रेस के प्रवक्ता भाषा को लेकर एक दूसरे से भीड़ गए।

एंकर ने पूछा कि आज की डेट में सीबीआई निर्देशक कौन है नागेश्वर राव या आलोक वर्मा। इसपर कांग्रेस नेता आलोक शर्मा ने कहा “अभी आलोक वर्मा ही हैं।” इसपर एक पैनालिस्ट ने कहा “उन्हें तो छुट्टी पर भेज दिया गया है।” कांग्रेस नेता ने कहा “ऐसा कुछ नहीं है और आप जो बार-बार कह रहे हैं कि सपा का कांग्रेस से गठबंधन टूट गया ये भी गलत है।” आलोक शर्मा ने कहा कि इनको बोलो थोड़ा हिन्दी सीख ले।

इसपर एंकर नाराज़ हो गए और कहने लगे कि आप पर्सनल कमेंट न करें। आपको अभी अंग्रेजी बोलने कहूंगा तो आपकी हालत टाइट हो जाएगी। आप मेरे से अंग्रेजी में डिबेट कीजिये। देखता हूं कितनी आती है। आप उनकी भाषा पर कमेंट मत कीजिये। इसपर कांग्रेस नेता ने कहा “मैं अंग्रेजी में बात कर सकता हूं।”

इस मामले में सीबीआई के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ सीवीसी से भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद उन्हें छुट्टी पर भेज दिया गया था। जिसके बाद बहुत विवाद हुआ था। अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश काडर से 1979 बैच के IPS ऑफिसर आलोक वर्मा सीबीआई के 27वें डायरेक्टर थे।

वह देश की राजधानी दिल्ली के पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं। वह जब आईपीएस के लिए सेलेक्ट हुए थे तो सिर्फ 22 साल के थे। वह अपने बैच के सबसे युवा ऑफिसर थे। दिल्ली का कमिश्नर बनने से पहले वह जेल के जनरल रह चुके थे, मिजोरम के डीजी रह चुके थे। नैशनल कैपिटल रीजन में महिला पीसीआर शुरू करने का श्रेय उन्हें दिया जाता है।