बीजेपी की फायर ब्रांड नेता रहीं उमा भारती का कहना है कि बंगाल में उनकी पार्टी की सरकार बननी बहुत जरूरी है। यह एक सीमावर्ती राज्य है। बड़ी संख्या में घुसपैठिये बंगाल में आ रहे हैं। ममता घुसपैठियों की वजह से सीएम बनीं। ऐंकर ने जब उनसे सवाल किया कि आप सारे बंगाल के लोगों को घुसपैठिया करार दे रही हैं तो उनका कहना था कि आप अपने शब्दों को मेरे मुंह में नहीं डाल सकतीं। उनका कहना था कि ममता को वोट देने वाले 23% लोगों में से तकरीबन 10% घुसपैठिये ही रहे हैं।
उमा ने कहा कि ममता बनर्जी से बंगाल के लोग अब उकता गए हैं। वह बड़े अंतर से चुनाव हारने जा रही हैं। पीएम मोदी ने उनके नारे खेला होबे को विकास होबे में तब्दील कर दिया। ममता अब एक ऐसी अकेली महिला हैं, जो क्रोध में भरी हैं। उनकी पार्टी के लोग ही उन्हें छोड़कर चले गए। भतीजे अभिषेक के सहारे वह अपनी नैया को पार लगाने की कोशिश में हैं। उनका यहां तक कहना था कि ममता अब कभी भी सत्ता में वापसी नहीं कर पाएंगी। बंगाल में नेताओं के जमावड़े को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उनका कहना था कि बीजेपी हर चुनाव को इसी तरह से लड़ती है। चाहे वह छोटे स्तर का चुनाव हो।
ममता की चोट पर उनका कहना था कि पार्टी ने इस मसले पर बोलने के लिए मना किया है। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि ममता को z प्लस की सिक्योरिटी मिली है। बंगाल में उनकी ही सरकार है। उमा ने कहा कि ममता को चोट तो लगी है, लेकिन लगता है कि चोट उनके दिल में ज्यादा लगी है। बंगाल के लोग जिस तरह से उनसे मुंह फेर रहे हैं, उससे वह बेहद आहत हैं। उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत के बयान पर उनका कहना था कि वह खुद गलती मान चुके हैं। अब इस मसले पर चर्चा करने का कोई औचित्य नहीं रह जाता।
ईवीएम के सवाल पर उनका कहना था कि विपक्षी जिस तरह से बैलेट की बात उठाते हैं, उससे उन्हें हैरत है। 2019 लोकसभा चुनाव का हवाला देकर उन्होंने कहा कि तब एमपी में कमलनाथ की सरकार थी। उस दौरान कांग्रेस ने ईवीएम का मसला नहीं उठाया। सारा अमला कमलनाथ के इशारे पर चलता था। फिर भी वह मुश्किल से अपने बेटे को ही जिता सके। जोर लगाने के बाद भी दिग्विजय सिंह को भोपाल से जीत नहीं दिला सके।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कांग्रेस में केवल सोनिया, राहुल और प्रियंका ही रह जाएंगे। उनके नेता या तो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आ जाएंगे या फिर घर बैठ जाएंगे। उनका कहना था कि राहुल को अनुशासन सीखने के लिए संघ की शाखाओं में शरीक होना चाहिए। राष्ट्रवाद के सवाल पर उनका कहना था कि कांग्रेस के नेता नाजुक मौकों पर देश के साथ खड़े होने की बजाए दुश्मन देश के हित की बात करते हैं।
एबीपी के लाइव शो में उमा ने कहा कि वह चाहती हैं कि मध्य प्रदेश में शराब बंदी हो। वहां की लड़कियां महिलाएं सुरक्षित रहें। ऐंकर ने जब उनसे पूछा कि आपने इसके लिए आंदोलन की बात कही थी तो उनका कहना था कि आंदोलन की बात उन्होंने कभी नहीं कही। उनकी कोशिश है कि लड़कियों के कॉलेजों के आसपास के अलावा मंदिरों के पास शराब की दुकानें न हों। बकौल उमा, शराबबंदी कराना उनके जीवन का लक्ष्य है। उनका कहना था कि वह 54 साल से काम कर रही हैं। बीजेपी ने कुली की तरह से उनका इस्तेमाल किया।
