Yati Narsinghanand Controversy: यति नरसिंहानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के दो दिन बाद उन्हें शनिवार को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनका एक आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। हालांकि, इस बारे में कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन पुलिस के एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस से इसकी पुष्टि की है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके सहयोगियों ने भी कहा कि उन्हें गाजियाबाद में हिरासत में लिया गया है।

इसी बीच, भारतीय जनता पार्टी के विधायक नंद किशोर गुर्जर ने आरोप लगाया कि नरसिंहानंद के मंदिर पर शुक्रवार को हमला किया गया और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को एनकाउंटर में मार गिराया जाना चाहिए। पुलिस की तरफ से मंदिर पर किसी भी तरह के हमले की पुष्टि नहीं की है। गाजियाबाद के डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि शुक्रवार की रात को कुछ युवक मंदिर परिसर के बाहर हंगामा कर रहे थे। मंदिर के संगठन ने स्थानीय पुलिस को मामले की जानकारी दी और स्थिति पर कंट्रोल कर लिया गया।

पुलिस को 10-20 लोगों को गोली मार एनकाउंटर करना चाहिए था- बीजेपी विधायक

शनिवार को डासना मंदिर गए नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि पुलिस ने रात लाठीचार्ज करने का तो नाटक किया, लेकिन रात 10-20 लोगों को गोली मार कर एनकाउंटर करना चाहिए था। ये हमला पूरे हिंदुत्व पर है। अगर रात 10- 20 लोग मर जाते तो इस तरह बवाल करने वाले नहीं होते। गुर्जर ने कहा, ‘ये सनातन धर्म पर हमला था। ये हिंदुओं की आस्था पर हमला है। सब पर एनएसए लगाया जाए और जो गिरफ्तार न हो, इनाम बोल के उनका एनकाउंटर हो। दो-चार स्थानीय हो सकते हैं, ज्यादातर इसमें बहार के आतंकवादी थे, रोहिंग्या थे। बाहरी मुसलमान हैं और अगर इनके साथ कोई स्थानीय मुसलमान है तो पुलिस उनका एनकाउंटर करे। नहीं तो समाज निर्णय लेगा। आर पार की जंग होगी, उसके लिए फिर तैयार रहेंगे। हिंदुओं उन सभी पर एनएसए के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए और जो गिरफ्तार नहीं हुए उनके लिए इनाम की घोषणा की जानी चाहिए और मुठभेड़ होनी चाहिए। कुछ स्थानीय हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर बाहर से आए आतंकवादी हैं, रोहिंग्या थे।’

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अगर थे उन्होंने कहा, ‘अगर कुछ स्थानीय मुसलमान बाहरी लोगों के साथ हैं, तो पुलिस को उनका एनकाउंटर कर देना चाहिए। वरना समाज निर्णय लेगा। यह एक आर-पार की लड़ाई होगी, उसके लिए तैयार रहें।’ नंद किशोर गुर्जर ने कहा, ‘यहां कानून से चलेगा देश। ये कोई सीरिया नहीं है, अफगानिस्तान, बांग्लादेश नहीं है। यहां की पुलिस मजबूत है, मुझे उम्मीद है कि पुलिस यहां न्याय करेगी। महंत ने जो कहा उसमें एफआईआर होगी, उसके बाद ये हमला। ये हमला मंदिर पर किया गया है। इसलिए जिन्होंने हमला किया है उनकी सात पीड़ी याद करेंगी ऐसा हम करेंगे या पुलिस कार्रवाई करेगी। ये दंगा ही हुआ था रात को। क्या चूड़ियां पहन के बैठे हैं लोग।’

पहले भी दिए विवादित बयान

बीजेपी विधायक का यह बयान यति नरसिंहानंद की टिप्पणी के बाद में आया है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। महाराष्ट्र और तेलंगाना समेत कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में उनकी इस टिप्पणी का जमकर विरोध हुआ। यह कोई पहली बार नहीं था कि यति नरसिंहानंद ने इस तरह की टिप्पणियां की है। इससे पहले साल 2021 में हरिद्वार में एक धर्म संसद में भी उन्होंने हेट स्पीच दी थी। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था और इसी मामले में वह जमानत पर रहते हुए दिल्ली में एक महापंचायत करते हैं फिर इसी तरह की टिप्पणी करते हैं।

शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन के बाद डासना देवी की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। शनिवार को 100-150 अज्ञात लोगों के खिलाफ कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। नरसिंहानंद के खिलाफ गाजियाबाद के कई इलाकों में शनिवार को भी जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। इस बीच, नफरत फैलाने वाले भाषण के सिलसिले में चार और लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।