बीजेपी सांसद और WFI के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने किसी भी तरह की बयानबाजी करने से मना किया है। पार्टी ने सांसद को सख्त मना किया है कि वह किसी भी मुद्दे पर कोई आक्रामक बयान न दें ताकि विपक्षी दल उस पर पार्टी को घेर न सकें। पार्टी आलाकमान ने बृजभूषण सिंह से साफ कहा है कि वह मीडिया में किसी भी तरह की बयानबाजी से बचें।

सार्वजनिक मंचों पर नहीं दें कोई बयान- BJP का बृजभूषण को निर्देश

इसके साथ ही बृजभूषण शरण सिंह को सार्वजनिक मंचों पर पहलवानों से संबंधित किसी भी मुद्दे पर कोई बयान देने से सख्त मना किया गया है। इससे पहले बृजभूषण शरण सिंह की 5 जून 2023 को अयोध्या में होने वाली रैली रद्द हो गयी है। अयोध्या जिला प्रशासन ने भाजपा सांसद को 5 जून को राम कथा पार्क में विश्व पर्यावरण दिवस पर होने वाले अन्य कार्यक्रमों के मद्देनजर संत सम्मेलन के आयोजन की अनुमति नहीं दी।

वहीं, बृजभूषण ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि वह 5 जून को होने वाली जन चेतना महारैली को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर रहे हैं क्योंकि पुलिस पहलवानों द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है।

सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद बृजभूषण सिंह के खिलाफ FIR

गौरतलब है कि बीजेपी सांसद के खिलाफ पहलवानों की शिकायत पर यौन उत्पीड़न के दो मामले दर्ज हैं। सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद बृजभूषण सिंह के खिलाफ 28 अप्रैल को दो एफआईआर दर्ज की गई थी। FIR में यौन शोषण के 15 मामले और गलत तरीके से छूने, स्टॉक करने जैसे 10 मामले हैं।

बृजभूषण शरण सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा था कि महिला पहलवान बार-बार अपनी मांगें बदल रहीं हैं। उन्होंने कहा,‘‘पुलिस अभी जांच कर रही है। इसे पूरा हो जाने दें। जो बात निकलकर सामने आएगी, उसके अनुरूप बात की जाएगी। मेरे बारे में कौन, क्या कह रहा है, इससे हमारा कोई लेना देना नहीं है और न ही इस पर प्रतिक्रिया देकर हमारा कुछ भला होने वाला है। न्यायालय द्वारा दिखाया जाने वाला रास्ता हमें स्वीकार होगा।’’

सरकार निष्पक्ष जांच चाहती है- अनुराग ठाकुर

वहीं, दूसरी ओर खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि हर कोई चाहता है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे पहलवानों को इंसाफ मिले लेकिन यह कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही संभव है। ठाकुर ने टाइम्स नेटवर्क द्वारा आयोजित आर्थिक सम्मेलन में कहा,‘‘ सरकार भी निष्पक्ष जांच चाहती है। हम सभी चाहते हैं कि न्याय मिले लेकिन इसके लिये कानूनी प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार करना होगा।’’

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह पूछने पर कि आरोपी भाजपा सांसद होने की वजह से क्या कार्रवाई में विलंब हो रहा है, उन्होंने कहा, ‘‘पक्षपात का कोई सवाल ही नहीं है। हम सभी जांच जल्दी पूरी होने के पक्ष में हैं।’’ ठाकुर ने कहा कि सरकार ने पहलवानों की हर बात मानी और आरोपों की जांच के लिये समिति का भी गठन किया जिसमें उनके कहने पर सदस्य जोड़े गए। उन्होंने कहा,‘‘ कोई भी खिलाड़ी हो या महिला हो अगर कोई अत्याचार हुआ है तो उसे जल्दी इंसाफ मिलना चाहिये। पहलवानों का जो मामला है, वह सात साल पुराना है और जनवरी में हमने उनसे पूछा भी था कि कोई FIR दर्ज करनी है तो उन्होंने कहा था कि वे सिर्फ सरकार का दखल चाहते हैं।’’