काफी लंबे समय से नेहरू गांधी परिवार के सदस्य ही कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस पार्टी पर यह आरोप लगता रहा है कि वह पुराने ढर्रे पर चलती है। इसको लेकर कई विपक्षी पार्टियां कांग्रेस पर निशाना साधते रहती हैं। इसी से जुड़े मुद्दे पर एक टीवी डिबेट के दौरान युवा भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि वह मोदी सरकार के न्यू इंडिया मिशन का एक चेहरा हैं। इसपर डिबेट में ही मौजूद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि आज देश सिर्फ जुमलों से चल रहा है। देश में युवा परेशान हैं और किसान हलकान हैं।

दरअसल इंडिया टुडे पर आयोजित एक डिबेट शो में भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने लंबे समय तक देश के लोगों को आर्थिक तौर पर कमजोर रहने दिया। जिसकी वजह से देश के युवाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के न्यू इंडिया में युवाओं की मेहनत और योग्यता को वंशवाद से ऊपर रखा जाता है। चाहे बात राजनीति की हो या खेल की या फिर किसी अन्य क्षेत्र की, इन सभी क्षेत्रों में काम और योग्यता को सबसे उंचा स्थान दिया जाता है।

इसके अलावा तेजस्वी सूर्या ने कहा कि इस सरकार में युवाओं को अनेकों अवसर दिए जा रहे हैं। यहां युवाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। आगे तेजस्वी सूर्या ने बीजेपी में युवाओं के प्रतिनिधित्व को लेकर कहा कि यहां युवाओं को आगे लाया जाता है ना कि दूसरे पार्टियों की तरह यहां भी वंशवाद को बढ़ावा दिया जाता है। साथ ही तेजस्वी ने कहा कि न्यू इंडिया युवाओं के लिए काफी महत्वाकांक्षी है ना कि नेहरु युग के तरह इसमें लोगों को लाईसेंस राज या परमिट राज से जूझना पड़ता है।   

डिबेट में ही मौजूद रही कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी भाजपा सांसद की बातों का पलटवार किया। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि भाजपा सांसद कह रहे थे कि कांग्रेस ने लोगों को गरीब बनाए रखा। लेकिन मोदी सरकार के राज में पहली बार इतनी भयंकर आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ा। मोदी सरकार में बेरोजगारी करीब 45 फीसदी तक पहुंच गई। पहली बार कई निवेशकों को कठिन परिस्थितियों के कारण भारत से बाहर जाना पड़ा।

आगे सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि भाजपा सरकार में पेट्रोल के दाम 100 के पार चले गए. लेकिन सरकार ने एक भी शब्द भी इनके बारे में नहीं बोला। साथ ही सुप्रिया ने भाजपा सांसद को कहा कि आपके शासनकाल में सामाजिक कार्यकर्ताओं को जेल में डाला जा रहा है, विरोध प्रदर्शन करने वालो छात्रों को परेशान किया जा रहा है। क्या यही न्यू इंडिया है जहां पिछले काफी समय से किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं और करीब 260 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है लेकिन प्रधानमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता है। इसके अलावा सुप्रिया ने कहा कि न्यू इंडिया में आलोचनाओं, नौकरियों और आर्थिक प्रगति के लिए कोई जगह नहीं है।