Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र हंगामे के साथ खत्म हो गया, हैरानी की बात यह रही कि इस बार काम इतना कम हुआ कि 10 सालों का सीधे रिकॉर्ड टूटा। पीएम मोदी ने जब से सत्ता संभाली है, इस बार संसद की सबसे कम प्रोडक्टिविटी देखने को मिली। बड़ी बात यह है कि ऐसा शर्मनाक रिकॉर्ड तब बना है जब इसी साल मानसून सेशन उतना ही बेतहीन काम देखने को मिला था। इन्हीं नेताओं ने कई घंटों तक संसद को चलाया और कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।

PRS Legislative Research के आंकड़े अगर ध्यान से देखें तो पता चलता है कि पिछले 10 सालों में इस बार लोकसभा और राज्यसभा सबसे कम चली है। इस बार लोकसभा की प्रोडक्टिविटी मात्र 52 फीसदी दर्ज की गई है, दूसरे शब्दों में बोले तो 62 घंटे। पिछले 10 सालों में सिर्फ 8 और ऐसे सत्र देखने को मिला है जहां काम ना के बराबर देखने को मिला।

संसद में कितना काम हुआ?

वैसे जो इस साल बजट सेशन हुआ था, तब 135 प्रतिशत की अप्रत्याशित प्रोडक्टिविटी देखने को मिली, यानी कि 115 घंटे के करीब संसद ने काम किया। अगर उन आंकड़ों से इस बार की तुलना की जाए तो कुछ भी काम नहीं हुआ है। राज्यसभा की बात करें तो वहां भी इस बार मात्र 44 घंटे काम हुआ है, जिसे सिर्फ 39 फीसदी माना जाएगा। मानसून सत्र में तो राज्यसभा में 93 घंटे काम हुआ था, 112% की प्रोडक्टिविटी दर्ज की गई थी।

इस सत्र में सबसे कम बिल भी पारित होते दिखे। सरकार ने पांच बिल पेश किए, लेकिन चार ही पारित हो पाए। पिछले पांच सालों में यह सबसे खराब प्रदर्शन रहा। इस बार की संसद 25 नवंबर को शुरू हुई थी, 29 नवंबर तक सिर्फ 40 मिनट की कार्यवाही हुई, यानी कि 4 दिनों में सिर्फ 40 मिनट। इसी तरह अगर 16 दिसंबर से 20 दिसंबर तक का हाल देखें तो फिर बवाल ही ज्यादा रहा और काम ना के बराबर। आखिर के चार दिनों में संविधान पर बहस हुई, एक देश एक चुनाव बिल पेश हुआ और धक्का मुक्की वाले कांड ने विवाद खड़ा किया।

जब संसद नहीं चलता, कितना नुकसान?

असल में यह जो संसद की कार्यवाही चलती है, हर मिनट ढाई लाख खर्च हो रहा है। एक घंटे के हिसाब से देखें तो 1.5 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। बड़ी बात यह है कि यो जो सारा पैसा संसद चलाने में इस्तेमाल हो रहा है, वो आम जनता के टैक्स का पैसा है। इसका मतलब यह है कि जितनी बार भी संसद को स्थगित किया जाता है, नुकसान सिर्फ समय का नहीं हो रहा है बल्कि आम लोगों के पैसों का भी नुकसान हो रहा है। इस बारे में और जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें