प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अमेरिका की यात्रा के लिए रवाना हो गए हैं। यह उनकी पहली आधिकारिक राजकीय यात्रा है। इस यात्रा के कई सियासी मायने हैं और इसे बेहद महत्वपूर्ण यात्रा माना जा रहा है। पीएम ने यात्रा की शुरुआत से पहले एक ट्वीट कर लिखा कि अमेरिका के साथ गहरे संबंध स्थापित करने के लिए यह एक बेहतर मौका है।
भारत के लिए इस यात्रा के क्या मायने हैं और क्यों यह एक महत्वपूर्ण यात्रा मानी जा रही है, 10 पॉइंट्स में समझिए…
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर पीएम मोदी 21 से 23 जून तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे. वह 22 जून को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को दो बार संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बनेंगे।
- अपनी यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी लगभग 24 लोगों से मिलेंगे, जिनमें नोबेल पुरस्कार विजेता, अर्थशास्त्री, कलाकार, वैज्ञानिक, विद्वान, उद्यमी (Entrepreneur), शिक्षाविद, स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हैं।
- पीएम टेस्ला के सह-संस्थापक एलोन मस्क, एस्ट्रोफिजिसिस्ट नील डेग्रसे टायसन, ग्रैमी पुरस्कार विजेता भारतीय-अमेरिकी गायक फालू (फाल्गुनी शाह), पॉल रोमर, निकोलस नसीम तालेब से मुलाक़ात करेंगे।
- पीएम मोदी इस दौरान रे डालियो, जेफ स्मिथ, माइकल फ्रोमैन डैनियल रसेल, एलब्रिज कोल्बी, डॉ पीटर आग्रे, डॉ स्टीफन क्लास्को और चंद्रिका टंडन से भी मुलाकात करेंगे। ,
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले कई भारतीय अमेरिकियों में उत्साह है, पीएम अमेरिका में रह रहे भारतीयों से मुलाक़ात भी करेंगे।
- प्रधानमंत्री ने सोमवार को उन सभी लोगों के लिए आभार व्यक्त किया, जो संयुक्त राज्य अमेरिका की उनकी राजकीय यात्रा के लिए उत्साह दिखा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह का समर्थन भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों की गहराई को दिखाते हैं।
- अमेरिका में लगभग 20 जाने-माने स्थानों पर पीएम मोदी के स्वागत का संदेश देने के लिए एकता मार्च का आयोजन किया गया है।
- गुरुवार को व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में स्वागत समारोह में कई हजार भारतीय अमेरिकियों के शामिल होने की उम्मीद है, जब राष्ट्रपति बाइडेन और प्रथम महिला डॉ. जिल बाइडेन पीएम मोदी का स्वागत करेंगे।
- इस यात्रा के दौरान रक्षा उद्योग में गहरे सहयोग और उच्च प्रौद्योगिकी को साझा करने पर ध्यान देने के साथ कई महत्वपूर्ण घोषणाओं की उम्मीद है।
- भारत से जनरल एटॉमिक्स से 31 सशस्त्र MQ-9B SeaGuardian ड्रोन की खरीद को भी अंतिम रूप देने की उम्मीद है – यह सौदा $ 3 बिलियन का है।