2020 से सऊदी अरब की जेल में बंद भारतीय मूल के शख्स को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट ने सख्त तेवर दिखाए है। विदेश मंत्रालय को फटकार लगाते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि कुलभूषण जाधव की तरह से इस केस को क्यों नहीं लिया जा रहा है। अदालत ने विदेश मंत्रालय को आदेश दिया कि वो राजनयिक स्तर पर शख्स की रिहाई को लेकर प्रयास करे। इस मामले में हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जस्टिस कृष्णा एस दीक्षित ने विदेश मंत्रालय को फटकार लगाते हुए कहा कि आपके हलफनामे से लग रहा है कि कुछ कोशिशें की गई हैं। लेकिन हमें लगता है कि प्रयास वैसे नहीं हुए जैसे कुलभूषण जाधव के केस में पैरवी की गई थी। इस केस को भी कुछ उसी अंदाज में लिया जाना चाहिए।

सऊदी अरब के किंग के खिलाफ पोस्ट को लेकर जेल में बंद हैं मंगलुरु के शैलेश

मंगलुरु के रहने वाले शैलेश कुमार सऊदी अरब के किंग के खिलाफ एक आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर वहां की जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी कविता ने कर्नाटक पुलिस को दी शिकायत में कहा था कि फेसबुक की यह फर्जी प्रोफाइल उनके पति के नाम पर है। इससे संदेश पोस्ट किया गया था। फर्जी प्रोफाइल की जांच में पुलिस के नाकाम रहने पर कविता ने हाईकोर्ट का रुख किया।

कविता का कहना है कि शैलेश तकरीबन 25 वर्षों से सऊदी अरब में काम कर रहे थे। उनकी पोस्ट के बाद धमकी भरा फोन आया, जिसके बाद उन्होंने अपना अकाउंट डिलीट कर दिया। इसके बाद किसी ने उनके नाम पर एक फर्जी अकाउंट बनाया और सऊदी के किंग और इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट डाल दिया। इसके बाद शैलेश को गिरफ्तार कर लिया गया। उनको 15 साल की सजा सुनाई गई है।

शैलेश की पत्नी कविता की शिकायत पर कोर्ट ने पुलिस से जवाब मांगा तो एक अफसर का कहना था कि फेसबुक जांच में सहयोग नहीं कर रही है। पुलिस अधिकारी के जवाब के बाद कर्नाटक हाईकोर्ट ने फेसबुक को चेतावनी दी कि अगर वो फर्जी प्रोफाइल की जांच में पुलिस का सहयोग नहीं करती है तो अदालत भारत में उसके कामकाज को बंद करने का आदेश दे सकती है।