Punjab Politics: पंजाब में साल 2022 में आम आदमी पार्टी ने 117 में से 92 सीटें जीतकर सभी को चौंका दिया था। कई लोगों ने माना कि अब राज्य की पॉलिटिक्स में एक नए युग की शुरुआत हो गई है। पार्टी ने भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा किया था। फिर भी लगभग तीन साल बाद भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी की हार के मद्देनजर अपने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को फिर से जिंदा करने की कोशिश करने के लिए चर्चा में है।

आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार विरोधी मुद्दे पर दिल्ली और पंजाब दोनों जगह पर जीत हासिल की थी। लेकिन दिल्ली में शीश महल और कथित शराब घोटाला आप की हार के लिए जिम्मेदार कारण रहे हैं। इसके बाद पार्टी को यह संकेत मिल गया है कि अपनी स्पीड पकड़ने के लिए फिर से भ्रष्टाचार विरोधी एजेंडे पर काम करने की जरूरत है। अब 2027 के विधानसभा चुनावों पर नजर रखते हुए आप ने राज्य में भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने पर फोकस किया है।

शुक्रवार को मान सरकार ने 236 लॉ ऑफिसर्स के इस्तीफे मांगे। इसमें अधिकारियों ने एडवोकेट जनरल ऑफिस के प्रदर्शन पर अपनी नाखुशी का हवाला दिया। खासतौर पर तब जब सरकार अदालतों में कई मामले हार चुकी है। हालांकि ये इस्तीफे दिए गए हैं, लेकिन एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह ने कहा कि अधिकारी तब तक अपने पदों पर बने रहेंगे जब तक कि एजी कार्यालय का पुनर्गठन नहीं हो जाता।

पिछले साल दिसंबर के महीने में पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने भ्रष्टाचार के आरोपों में पूर्व कांग्रेस मंत्रियों भारत भूषण आशु और सुंदर शाम अरोड़ा के खिलाफ दर्ज एफआईआर को खारिज कर दिया था। इससे आप सरकार को सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के अपने कथित उद्देश्य में झटका लगा था। इन दोनों मामलों को सतर्कता ब्यूरो ने संभाला था। पिछले सोमवार को मान सरकार ने 1993 बैच के आईपीएस अधिकारी वरिंदर कुमार को सतर्कता ब्यूरो के मुख्य निदेशक के पद से हटा दिया और उन्हें डीजीपी को रिपोर्ट करने को कहा।

प्रचंड बहुमत के बाद CM ऑफिस में रेखा गुप्ता ने संभाल ली कुर्सी

50 से ज्यादा पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त किया गया

गुरुवार को सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर तक 50 से ज्यादा पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया। शुक्रवार को राज्य पुलिस में फेरबदल करते हुए सरकार ने नौ जिलों में नए पुलिस प्रमुखों की नियुक्ति की। इस बीच, राज्य पुलिस ने कहा कि हाल के महीनों में आठ एसपी और 10 डिप्टी एसपी को सस्पेंड किया गया है।

पिछले सोमवार को श्री मुक्तसर साहिब के डिप्टी कमिश्नर राजेश त्रिपाठी को भी सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की गंभीर शिकायतों के बाद जांच का आदेश दिया गया। पंजाब पुलिस में इस तरह की सामूहिक बर्खास्तगी से आप सरकार भ्रष्टाचार से निपटने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का एक मजबूत संकेत देना चाहती है। 2022 की शुरुआत में राज्य में आप के सत्ता में आने के बाद, विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व मंत्रियों और अन्य दलों के नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए थे।

बड़े अधिकारियों को बचाया जा रहा- प्रताप सिंह बाजवा

विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आप सरकार पर भ्रष्टाचार के मामलों को कथित तौर पर चुनिंदा तरीके से उठाने का आरोप लगाया है। इसमें निचले स्तर के अधिकारियों को टारगेट किया जा रहा है। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों को बचाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस नजरिये ने जीरो टॉलरेंस की नीति को कमजोर कर दिया है।

प्रताप सिंह बाजवा ने आम आदमी पार्टी के कई नेताओं के खिलाफ आरोपों का हवाला दिया। इनमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला भी शामिल हैं। इन पर पार्टी के सत्ता में आने के तुरंत बाद भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। हालांकि सीएम मान ने उन्हें कैबिनेट से हटा दिया था, लेकिन विजिलेंस ब्यूरो द्वारा उनके खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं कर पाने के बाद सिंगला को कोर्ट से राहत मिल गई। बाजवा ने कहा, “जबकि सिंगला को तुरंत उनके पद से हटा दिया गया था, मामले को काफी हद तक दबा दिया गया है और सिंगला अब पार्टी की गतिविधियों में इस तरह भाग ले रहे हैं जैसे कुछ हुआ ही न हो।”

एक और घोटाले ने सभी को चौंकाया

प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, ‘एक और घोटाला जिसने लोगों को चौंकाया, वह था पूर्व आप मंत्री फौजा सिंह सरारी का वायरल ऑडियो क्लिप जिसमें कथित तौर पर जबरन वसूली की योजना पर चर्चा की गई थी। आरोपों की गंभीरता के बावजूद, पार्टी सरारी को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करती दिखी। इस बीच, कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक की कथित पठानकोट पंचायत भूमि घोटाले में संलिप्तता और यौन दुराचार के आरोपों के बावजूद अभी तक कोई महत्वपूर्ण कार्रवाई नहीं हुई है।’ उन्होंने कहा कि आप विधायक अमित रतन कोटफत्ता पर भी रिश्वतखोरी के मामले में आरोप लगे हैं।

भ्रष्टाचार पर कस रहे शिकंजा- आम आदमी पार्टी

आम आदमी पार्टी ने अपनी तरफ से कहा कि मान सरकार के हालिया कदम भ्रष्टाचार के खिलाफ उसके अभियान का हिस्सा है। पंजाब आप के प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि बस इतना है कि हमने सीएम के आदेश के बाद अपना अभियान तेज कर दिया है। सत्ता में आने के बाद से ही हम भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कस रहे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायतों के लिए हमारी हेल्पलाइन पर हमें 1,900 शिकायतें मिलीं, जिनमें से 438 मामले दर्ज किए गए और 817 गिरफ्तारियां हुईं। अब हम इसे और तेज कर रहे हैं। दिल्ली कैबिनेट में सिख की एंट्री से पंजाब में मची हलचल पढ़ें पूरी खबर…