Manipur News: मणिपुर में सियासी हलचल तेज हो गई है, क्योंकि राज्य में एन बीरेन सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। आज पहले उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और फिर राजभवन जाकर राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा दे दिया, जो स्वीकार भी कर लिया गया। यह इस्तीफा इसलिए अहम है क्योंकि राज्य में पिछले 21 महीने से हिंसा और तनाव का दौर जारी है। अब सवाल यह है कि कब बीजेपी मणिपुर केलिए अपने नए सीएम के नाम का ऐलान करेगी।
एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की वजह मणिपुर की हिंसा और तनाव तो रहा ही, लेकिन एक बड़ी वजह यह भी रही कि राज्य में उनके प्रति बीजेपी लीडरशिप में भी असंतोष देखने को मिल रहा है। बीजेपी के कई विधायक पार्टी आलाकमान से पहले ही यह मांग कर चुके थे कि उनसे इस्तीफा लिया जाए। बीजेपी नेता और विधायक उन्हें हिंसा कंट्रोल न कर पाने का जिम्मेदार भी बताते रहे हैं।
राहुल गांधी ने लगाए गंभीर आरोप
मणिपुर में हिंसा को लेकर पिछले करीब दो साल से कांग्रेस नेता राहुल गांधी बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। यहां तक कि कांग्रेस मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में इसको लेकर अविश्वास प्रस्ताव भी लेकर आई थी। वहीं आज जब एन बीरेन सिंह का इस्तीफा हुआ तो एक बार फिर राहुल गांधी ने उन पर और बीजेपी पर हमला बोला और इस्तीफे में देरी को लेकर सवाल उठाए।
मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने दिया इस्तीफा, आज ही गृहमंत्री अमित शाह से हुई थी मुलाकात
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि करीब दो साल तक BJP के सीएम बीरेन सिंह ने मणिपुर में विभाजन को बढ़ावा दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर में हिंसा, जानमाल की हानि और भारत के विचार के विनाश के बावजूद उन्हें पद पर बने रहने दिया। सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफे से पता चलता है कि जनता का बढ़ता दबाव, सुप्रीम कोर्ट की जांच और कांग्रेस द्वारा अविश्वास प्रस्ताव ने उन्हें जवाबदेह बना दिया है।
राहुल बोले- पीएम मोदी जाएं मणिपुर
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सबसे जरूरी प्राथमिकता राज्य में शांति बहाल करना और मणिपुर के लोगों के जख्मों पर मरहम लगाना है। प्रधानमंत्री मोदी को तुरंत मणिपुर का दौरा करना चाहिए, लोगों की बात सुननी चाहिए और अंत में सामान्य स्थिति वापस लाने की अपनी योजना के बारे में बताना चाहिए।
बीजेपी आलाकमान पर दबाव बना रहे थे विधायक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी के करीब 12 विधायक लगातार सरकार के नेतृत्व में परिवर्तन के लिए पार्टी आलाकमान पर दबाव बना रहे थे, और ये सभी एन बीरेन सिंह से खुश नहीं थे। आज जब एन बीरेन सिंह राज्यपाल को अपना इस्तीफा देने गए तो उनके साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ए शारदा, बीजेपी सांसद संबित पात्रा और करीब 14 विधायक भी उनके साथ थे।
सरकार गिरने तक का आ गया था संकट
मणिपुर में हिंसा और तनावपूर्ण स्थिति के बीच कॉनरॉ संगमा की नेशनल पीपल्स पार्टी ने बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। हालांकि इसके बावजूद बीजेपी के पास अपना बहुमत थ लेकिन पार्टी के कुछ विधायकों ने सीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था, जो कि एन बीरेन सिंह के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण रहा। संभावना यह भी थी, कि जब कांग्रेस विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाती तो ये विधायक व्हिप का उल्लंघन भी कर सकते थे। इसके चलते ही एन बीरेन सिंह से अचानक इस्तीफा लिया गया।
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कब मिलेगा नया मुख्यमंत्री?
मणिपुर में अभी भी हालत तनावपूर्ण ही है। ऐसे में सीएम पद से इस्तीफा देने से पहले एन बीरेन सिंह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिले थे। इसके बाद राज्यपाल के पास जाकर राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। एक बड़ा सवाल यह भी है कि राज्य को अगला सीएम कब मिलेगा। इसको लेकर बीजेपी सूत्रों का कहना है कि जल्द बीजेपी मंथन के बाद नए सीएम के नाम का ऐलान करेगी। संभव है कि एक से दो दिन में मणिपुर में नए सीएम का ऐलान कर दिया जाए।
कांग्रेस लाने वाली थी अविश्वास प्रस्ताव
जानकारी के मुख्यमंत्री को कांग्रेस द्वारा विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ सकता था। कांग्रेस ने इसकी प्लानिंग भी कर ली थी। कांग्रेस नेताओं का यह दावा भी है कि बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव के डर से एन बीरेन सिंह का इस्तीफा लिया है। मणिपुर से जुड़ी अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।