लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन के दो अहम साथी टीएमसी और कांग्रेस के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। ममता बनर्जी ने अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कही है और नाराजगी जताई है कि उन्हें भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए इनवाइट नहीं किया गया है। हालांकि कांग्रेस ने पलट कर जवाब दिया है और कहा है कि ममता बनर्जी इंडिया गठबंधन का अहम हिस्सा हैं। अब इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन नहीं हो पाने के लिए पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी को जिम्मेदार ठहराया है।
क्या बोले डेरेक ओ’ब्रायन?
टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “इंडिया गठबंधन के दो मुख्य विरोधी हैं, एक बीजेपी और दूसरे अधीर रंजन चौधरी। वह बीजेपी की भाषा बोलते हैं। गठबंधन के बंगाल में काम नहीं करने के तीन कारण हैं। 1.अधीर रंजन चौधरी 2.अधीर रंजन चौधरी और 3.अधीर रंजन चौधरी।”
टीएमसी नेता ने आगे कहा कि आम चुनावों के बाद अगर कांग्रेस पर्याप्त संख्या में भाजपा को हराती है, तो तृणमूल कांग्रेस उस मोर्चे का हिस्सा होगी जो संविधान में विश्वास करता है और उसके लिए लड़ता है।
बुधवार को ममता बनर्जी की अचानक की गई टिप्पणियों के बाद पार्टी महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने जोर देकर कहा कि विपक्षी गुट इंडिया की ममता बनर्जी के बिना कल्पना नहीं की जा सकती।
ममता बनर्जी क्यों है नाराज?
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीते दिन मीडिया से बात करते हुए यह साफ किया था कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन किए बिना मैदान में उतरेंगी। सीएम ममता बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी के साथ मेरी कोई चर्चा नहीं हुई। मैंने हमेशा कहा है कि बंगाल में हम अकेले लड़ेंगे। मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि देश में क्या किया जाएगा लेकिन हम एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी हैं और बंगाल में हैं। हम अकेले ही बीजेपी को हरा देंगे।”
टीएमसी सुप्रीमो ने कांग्रेस पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “शिष्टाचार के नाते उन्होंने मुझे यह भी सूचित नहीं किया कि वे बंगाल में यात्रा आयोजित करने जा रहे हैं जबकि मैं भारत गठबंधन का हिस्सा हूं।”
