दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Delhi Deputy CM Manish Sisodia) एक ऐसे नेता हैं, जिन्हें अक्सर कक्षाओं में छात्रों के साथ बातचीत करते हुए देखा गया है। दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को अपनी गिरफ्तारी से पहले छात्रों से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि यह मत सोचो कि अगर मनीष अंकल जेल जा रहे हैं, तो स्कूलों में छुट्टियां शुरू हो गई हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) जब दिल्ली में अपने प्रमुख कामों को पूरे देश में गिनाती है तो उसमें शिक्षा सबसे पहले नंबर पर है। दिल्ली के शिक्षा मॉडल को आम आदमी पार्टी पूरे देश में प्रचारित करती है।
शिक्षा के अलावा मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार में 17 अन्य विभागों को संभालने वाले व्यक्ति हैं। वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) के सबसे भरोसेमंद सिपहसालार भी हैं। सिसोदिया न केवल दिल्ली सरकार के कामकाज की कुंजी हैं, बल्कि वे दिल्ली में केजरीवाल सरकार द्वारा शुरू किए गए सुधारों का चेहरा भी हैं।
यही कारण है कि मनीष सिसोदिया की रविवार रात केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा गिरफ्तारी को न केवल केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार के लिए बल्कि आम आदमी पार्टी और एक प्रभावशाली राष्ट्रीय पार्टी के रूप में विकास की उसकी आकांक्षाओं के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। पिछले साल मई में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में उनके कैबिनेट सहयोगी सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किए जाने के बाद मनीष सिसोदिया के विभागों का विस्तार किया गया था।
सिसोदिया दिल्ली सरकार की फीडबैक यूनिट (FBU) को लेकर भी आलोचना का सामना कर रहे हैं, जो कथित तौर पर राजनीतिक जासूसी में शामिल रही है। गृह मंत्रालय ने पिछले हफ्ते फीडबैक यूनिट (FBU) स्नूपिंग मामले में मनीष सिसोदिया पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी थी। मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग के प्रमुख हैं जिसके तहत एफबीयू बनाया गया था।
AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल के बाद मनीष सिसोदिया आप के सबसे प्रमुख चेहरे हैं। सिसोदिया की गिरफ्तारी का इससे बुरा समय नहीं हो सकता था। AAP कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।