Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान को इंटरनेशनल लेवल पर अलग-थलग करने के भारत के कूटनीतिक प्रयासों के बीच, कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने रविवार को जोर देकर कहा कि हर कोई पाकिस्तान के साथ क्यों है और भारत के साथ क्यों नहीं है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश होने के बावजूद इस्लामाबाद ट्रेड डील और एमओयू हासिल कर रहा है।

कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा की बॉडी शेमिंग को लेकर चर्चा में आई थीं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बार-बार दावा किया है कि उन्होंने चार दिनों के सैन्य टकराव के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम तक पहुंचने में मदद की थी। शमा ने जोर देकर कहा कि ट्रंप का मानना ​​है कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद एक ही बॉस्केट में हैं।

हर कोई पाकिस्तान के साथ क्यों – कांग्रेस नेता

समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने कहा, ‘ ट्रंप ने बार-बार कहा है। अब तक 11 बार कह चुके हैं। ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि हमने युद्ध विराम के लिए पाकिस्तान और भारत पर व्यापार प्रतिबंध लगाया है। उन्होंने भारत और युद्ध विराम को एक ही बॉस्केट में डाल दिया है। वे आतंकवाद के अपराधी हैं, जबकि हम उनके पीड़ित हैं। 26/11 के बाद, पूरी दुनिया हमारे साथ थी, अब हमारे साथ कौन है। पाकिस्तान को सौदे और समझौता ज्ञापन क्यों मिल रहे हैं। हर कोई पाकिस्तान के साथ क्यों है और भारत के साथ क्यों नहीं।’

‘सबसे अच्छे इंसान’ को ट्रंप ने क्यों नहीं बख्शा?

क्या है ऑपरेशन सिंदूर?

पहलगाम में 26 लोगों की हत्या का बदला लेते हुए भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। पाकिस्तान की तरफ से भी ड्रोन दागे गए। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान के सभी हमलों का करारा जवाब दिया। हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि अमेरिका ने सीजफायर समझौते में मध्यस्थता की है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान से कहा है कि अमेरिका उन देशों के साथ व्यापार नहीं कर सकता जो एक-दूसरे पर गोली चलाते हैं। भारत ने इस बात से साफ इनकार किया है कि युद्ध के दौरान वाशिंगटन और नई दिल्ली के बीच बातचीत में व्यापार और टैरिफ पर चर्चा हुई थी। साथ ही भारत ने सीजफायर में अमेरिका की भूमिका से भी साफ तौर पर इनकार किया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना का 15% वक्त फर्जी खबरों से लड़ने में बर्बाद हो गया