Vasundhara Raje Shatru Vinashak Yagna: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के द्वारा अपने जन्मदिन के मौके पर कराए गए एक यज्ञ को लेकर राज्य की राजनीति में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। इसके पीछे वजह यह है कि वसुंधरा राजे ने इस यज्ञ का नाम ही कुछ ऐसा रखा था। इस यज्ञ का नाम ‘शत्रु विनाशक’ यज्ञ रखा गया था। सवाल यह उठ रहा है कि क्या राजस्थान की इस दिग्गज नेता ने अपने राजनीतिक विरोधियों को इस यज्ञ के जरिए कोई राजनीतिक संदेश दिया है?

वसुंधरा राजे ने यह यज्ञ जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर पर स्थित तनोट माता मंदिर में करवाया।

वसुंधरा राजे राजस्थान की राजनीति में बड़ा नाम हैं। दिसंबर, 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद बीजेपी हाईकमान ने वसुंधरा राजे की जगह भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया था। इसके बाद से ही वसुंधरा राजे लगभग हाशिये पर चल रही हैं। पिछले कुछ महीनों में इस बात की चर्चा तेज हुई है कि वसुंधरा राजे को बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। पिछले कुछ महीनों में जिस तरह की खामोशी वसुंधरा राजे ने अख्तियार की हुई है, उससे राजस्थान की राजनीति में कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। मसलन कि महारानी के नाम से पहचानी जाने वालीं राजे का अगला कदम क्या होगा?

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बीजेपी को हुआ था 11 सीटों का नुकसान

वसुंधरा राजे के करीबियों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री किसी सही वक्त का इंतजार कर रही हैं। याद दिलाना होगा कि विधानसभा चुनाव के कुछ महीने बाद ही हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को राजस्थान में बड़ा झटका लगा था। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटें जीतने वाली बीजेपी को 11 सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा था।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, वसुंधरा राजे को बीजेपी में राष्ट्रीय स्तर पर कोई बड़ी भूमिका मिल सकती है। वसुंधरा ने यज्ञ पूरा होने के बाद जो बयान दिया उससे इस बात की अटकलें ज्यादा हो गई हैं। वसुंधरा ने वहां मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘माता रानी के आशीर्वाद से कमल खिलता रहे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी का जनसमर्थन बढ़ता रहे। विचारधारा का जो दीपक मेरी मां राजमाता ने जलाया था, उसकी ज्योति जलती रहे।’

‘शरीयत से कतई समझौता नहीं, सरकारी दखल बर्दाश्त…’

जब वसुंधरा से यह सवाल पूछा गया कि क्या वह बीजेपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगी तो उन्होंने कहा, ‘अगर मैं यहां सब कुछ बता दूं तो फिर क्या मजा आएगा?’ राजस्थान की धाकड़ नेता के इस बयान के बाद से उनकी नई भूमिका को लेकर चल रही अटकलों को और रफ्तार मिल गई।

दिग्गज नेता हैं वसुंधरा राजे

पूरे राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थकों की बड़ी संख्या है। वह दो बार राज्य की मुख्यमंत्री रही हैं। उनके जन्मदिन पर प्रदेश भर में उनके समर्थकों ने गायों को हरा चारा खिलाया और मरीजों को फल बांटे। देखना होगा कि आने वाले दिनों में क्या वसुंधरा राजे को बीजेपी में कोई बड़ा पद मिलेगा?

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