Arvind Kejriwal: तिहाड़ जेल से छूटने के बाद अरविंद केजरीवाल ने पहली बार आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा कि मुझे जेल क्यों भेजा इन्होंने, ऐसा नहीं कि केजरीवाल ने भ्रष्टाचार किया। इनका मकसद था आम आदमी पार्टी को तोड़ना, केजरीवाल को तोड़ना। इनका फॉर्मूला है कि पार्टी तोड़ दो, विधायक तोड़ दो, ईडी छापेमारी कर दो। इनको लग रहा था कि केजरीवाल को जेल में डालकर पार्टी तोड़ देंगे।

सीएम ने कहा कि मैंने इस्तीफा इसलिए नहीं दिया क्योंकि मैं देश के जनतंत्र को बचाना चाहता हूं। अगर मैं इस्तीफा दे देता.. ये एक-एक करके सबको जेल में डालते क्योंकि इन्होंने सिद्धारमैया, ममता दीदी, पिनाराई विजयन सबके खिलाफ केस कर रखा है। मैंने देश के तमाम मुख्यमंत्री से कहना चाहूंगा कि अगर मुख्यमंत्री रहते हुए आप पर यह कैसे करें तो अपने पद से इस्तीफा मत देना…. आज इनके हर षडयंत्र से मुकाबला करने की ताकत AAP में है क्योंकि हम ईमानदार हैं।

केजरीवाल ने कहा ने कहा कि ये हमारी ईमानदारी से डरते हैं, ये बिजली फ्री नहीं कर सकते हैं क्योंकि ये बेईमान हैं। कई राज्यों में इनकी सरकारें हैं लेकिन ये इलाज नहीं कर सकते हैं, स्कूल ठीक नहीं कर सकते हैं। इन्होंने हमारे खिलाफ ईडी छोड़ दी, सीबीआई छोड़ दी लेकिन हम ईमानदार हैं। ये मेरे ऊपर कीचड़ उछाल रहे हैं, सुबह शाम गाली देते हैं, लेकिन मेरे लिए बीजेपी मैटर नहीं करती हैं, मेरे लिए आप लोग मायने रखते हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने जिंदगी में कुछ नहीं कमाया लेकिन इज्जत कमाई। मैंने इनकम टैक्स कमिश्नर की नौकरी छोड़ी 2000 से 2010 तक मैंने 10 साल तक नंद नगरी, सुंदर नगरी की झुग्गियों में बिताए। मैंने देखा कि लोग कैसे जीवन-यापन करते हैं।

केजरीवाल ने कहा ने कहा कि उनकी छोटी सी पार्टी ने देश की राजनीति बदल दी। जेल में सोचने का वक्त मिला। मैंने जेल से एक ही पत्र लिखा था वो भी एलजी साहब को, 15 अगस्त था, स्वाधीनता दिवस के अवसर पर सीएम झंडा फहराते हैं। मैंने कहा कि आतिशी जी को झंडा फहराने की इजाजत दी गई। वो चिट्ठी मुझे वापस कर दी गई और मुझे वार्निंग दी गई कि दूसरी बार अगर चिट्ठी लिखी तो आपको परिवार से भी मुलाकात भी नहीं करने दी जाएगी।