Who was Union Minister Ananth Kumar: केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता अनंत कुमार का सोमवार तड़के निधन हो गया। फेफड़े के कैंसर से पीड़ित अनंत कुमार 59 वर्ष के थे। भारतीय जनता पार्टी में उनकी गिनती चोटी के नेताओं में होती थी। वह उन चुनिंदा नेताओं में से थे, जो पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, दिग्गज बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी से लेकर वर्तमान में पीएम नरेंद्र मोदी तक के नजदीकी माने जाते थे। वह जमीन से जुड़े हुए नेता थे। बीजेपी को कवर करने वाले पत्रकारों का मानना है कि अनंत मीडिया से कम मुखातिब होते थे और उतना ही बोलते थे, जितना जरूरी होता था।

कुमार 2014 के आम चुनाव में बेंगलुरु दक्षिणी सीट से छठी बार लोकसभा सदस्य चुने गए। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी और आईटी दिग्गज नंदन नीलकेणि को 2 लाख 28 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी। अनंत कुमार का जन्म एक मध्यमवर्गीय ब्राह्मण परिवार में 22 जुलाई 1959 को हुआ था। वह मैसूर यूनिवर्सिटी से लॉ ग्रैजुएट थे। अनंत ने बतौर छात्र नेता लंबी राजनीति की। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में काफी सक्रिय रहे और इस संगठन में नैशनल सेक्रेटरी (1985 में) समेत कई पदों की जिम्मेदारियां संभालीं।

Ananth Kumar Death News Updatdes

अनंत 1987 में बीजेपी में शामिल हुए। पार्टी में सबसे पहले उन्होंने बीजेपी युवा मोर्चा के राज्य ईकाई के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली। वह 1995 में बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी बनी। वह पहली बार बेंगलुरु साउथ सीट से ही 1996 में सांसद चुने गए और इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। अनंत कुमार ने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री की जिम्मेदारी संभाली। इसके अलावा, उन्होंने एनडीए के शासन में पर्यटन, खेल और युवा मामले, संस्कृति, शहरी विकास आदि मंत्रालय के कामकाज भी देखे। अनंत कुमार अपनी राजनीतिक सूझबूझ के लिए जाने जाते थे। यह उनकी राजनीतिक कुशलता ही है कि वह हमेशा शीर्ष नेतृत्व के नजदीक रहे। चाहे वो आडवाणी और अटल का युग हो या वर्तमान में पीएम नरेंद्र मोदी का।