भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के सांसदों और नेताओं को धार्मिक मुद्दों पर बयानबाजी न करने की सख्त हिदायत दी है। पार्टी सांसदों के साथ शुक्रवार (17 फरवरी) को वर्चुअल बैठक में उन्होंने कहा कि सांसद और पार्टी के नेता-कार्यकर्ता जनता के समक्ष सरकार की उपलब्धियों, विकास कार्यों पर चर्चा करें। धार्मिक मुद्दों पर सिर्फ पार्टी के अधिकृत प्रवक्ता ही टिप्पणी करेंगे। इसके साथ ही BJP अध्यक्ष ने बागेश्वर धाम (Bhageshwar Dham) की यात्रा करने वालों को इसे चुपचाप करने के लिए कहा।
विकास की राजनीति पर ध्यान केंद्रित करें- जेपी नड्डा
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी पार्टी के सांसदों से विकास की राजनीति पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह करते हुए उनसे विवादों और भड़काऊ टिप्पणियों से दूर रहने के लिए कहा और कहा, “जो लोग बागेश्वर धाम की यात्रा करना चाहते हैं, उन्हें बिना हो-हल्ला मचाए इसे निजी तौर पर करना चाहिए।” सूत्रों के मुताबिक बैठक में जे पी नड्डा ने कहा कि धार्मिक मामले जिनके विषय हैं, वही इसे देखेंगे। राजनीतिक लोगों को इससे दूर रहना चाहिए। हमेशा याद रखें कि हमारा थीम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है। सभी को इसी थीम पर काम करना है।
मनोज तिवारी के धीरेंद्र शास्त्री से मुलाकात पर विवाद
बैठक को संबोधित करते हुए, उन्होंने विपक्ष की आलोचना का उल्लेख किया जिसमें उन्होंने कहा था कि बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण में सरकार ने अपना विज्ञापन किया। नड्डा ने सांसदों से विवादों से दूर रहने को कहा। वह स्पष्ट रूप से हाल के विवाद का जिक्र कर रहे थे जब बीजेपी सांसद मनोज तिवारी को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम में देखा गया था।
सूत्रों ने कहा कि नड्डा ने नेताओं से कहा कि वो अपनी गतिविधियों और कम्यूनिकेशन को हाल के राष्ट्रपति के अभिभाषण, बजट प्रस्तावों, अपने निर्वाचन क्षेत्रों में खेल गतिविधियों और संगठनात्मक गतिविधियों पर केंद्रित करें। आगामी लोकसभा चुनाव की चर्चा करते हुए जेपी नड्डा ने सांसदों से लोगों के साथ संपर्क मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आम बजट से सभी वर्गों को लाभ पहुंचा है। इन उपलब्धियों और दुनिया में देश की लगातार बढ़ रही ताकत पर लोगों के साथ चर्चा करें।