Who is Vinay Mohan Kwatra: अमेरिका में बनने वाले भारत के अगले राजदूत का ऐलान कर दिया गया है। इसको लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक यह जिम्मेदारी देश के वरिष्ठ IFS अफसर विनय मोहन क्वात्रा को दी गई है। वॉशिंगटन को उनके नाम की जानकारी पहले ही दे दी गई है। विनय मोहन क्वात्रा इसी महीने विदेश सचिव के पद से रिटायर हुए थे और उन्हें अब अमेरिका के नए टास्क पर भेज दिया गया है।
विदेश मंत्रालय में विदेश सचिव के पद पर तैनात रहे विनय मोहन क्वात्रा के रिटायर होने पर, उनकी जगह 15 जुलाई विक्रम मिसरी ने ले ली है, जो कि उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर काम कर चुके हैं। विनय मोहन क्वात्रा 1988 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अफसर हैं, जो कि मोदी सरकार के पसंदीदा अफसरों में से एक के तौर पर जाना जाते हैं।
क्यों अहम हैं विनय मोहन क्वात्रा?
क्वात्रा नेपाल में भी भारत के राजदूत रह चुके हैं। उनका राजनयिक कार्यकाल करीब 32 वर्षों से ज्यादा का है। उन्हें भारत नेपाल संबंधों को सुधारने का भी अहम श्रेय दिया जाता रहा है। विनय मोहन पात्रा के बारे में बता दें कि उनके पास विज्ञान में स्नातकोत्तर (एम.एस.सी.) की डिग्री है और वह हिंदी और अंग्रेजी के अलावा फ्रेंच और रूसी भाषा भी जानते हैं। उन्होंने जिनेवा के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से इंटरनेशनल रिलेशंस में डिप्लोमा भी प्राप्त किया है।
लंबा रहा है कूटनीतिक करियर
क्वात्रा को लेकर कहा जाता है कि वे पीएम मोदी कूटनीतिक सोच के अनुसार चलते हैं और उसके समर्थक भी माने जाते रहे हैं। उनके कार्यकाल की बात करें तो क्वात्रा ने 1993 तक जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन में तीसरे सचिव और फिर द्वितीय सचिव के रूप में कार्य किया। उन्होंने डरबन, चीन और रूस में भारतीय वाणिज्य दूतावास में, अफगानिस्तान में भारत के विकास कार्यक्रम को संभालने वाले विदेश मंत्रालय में और दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) में आर्थिक, व्यापार और वित्त मुद्दों के प्रमुख के रूप में भी कार्य किया है।
बता दें कि विनय मोहन क्वात्रा 2015 से 2017 के बीच प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव थे, जिसके बाद उन्हें फरवरी 2020 तक फ्रांस में राजदूत के रूप में भेजा गया था। फ्रांस से उनके लौटने पर उन्हें नेपाल भेज दिया गया था। गौरतलब है कि अमेरिका में भारत के राजदूत अभी तक तरनजीत सिंह संधू थे, जो कि 1988 बैच के पूर्व IFS अफसर हैं, उनके रिटायरमेंट के बाद अमेरिका में भारत के राजदूत का पद काफी वक्त से खाली पड़ा है।