कोलकाता में लेडी डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या मामले में सुनवाई जारी है। 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी करने वाले संजय रॉय का केस एडवोकेट कविता सरकार लड़ रही हैं। पश्चिम बंगाल की सियालदह कोर्ट ने आरोपी संजय के बचाव के लिए कविता सरकार को नियुक्त किया है। जब आरोपी का केस कोई भी वकील लड़ने को तैयार नहीं हुआ तो कोर्ट ने कविता को नियुक्त किया। उनके 25 साल के वकालत करियर का यह सबसे चुनौतीपूर्ण केस है।
पश्चिम बंगाल की अलीपुर कोर्ट से अपना वकालत करियर शुरू करने वाली कविता सरकार ने हुगली मोहसिन कॉलेज से लॉ की पढ़ाई की। फरवरी 2023 से पहले तक वो सिविल केसों पर काम करती थीं। लेकिन 2023 से ही उनका आपराधिक मामलों के लिए ट्रांसफर हुआ। जिसको बाद से वो सियालदह कोर्ट में काम कर रही हैं। सियालदह कोर्ट में कविता लीगल अथॉरिटी की एक मात्र स्टैंडिंग लॉयर हैं। इसी वजह से कोर्ट ने उन्हें यह केस दिया है।
कविता की मानें तो वह मौत की सजा यानी फांसी का समर्थन नहीं करती हैं। उनका मानना है कि किसी को भी अधिकतम सजा के रूप में आजीवन कारावास यानी उम्रकैद दे देना चाहिए। वो मानती हैं कि किसी भी अपराधी को खुद पर विचार करने का मौका देना चाहिए। उनका मानना है कि जब तक किसी अपराधी को दोषी न साबित किया जाए, तब तक वह निर्दोष ही होता है।
कानून प्रक्रिया के बाद मिले न्याय
कविता सरकार ने इस मामले को लेकर कहा है कि वह भारतीय कानून में विश्वास रखती हैं। इसलिए वो प्री ट्रायल की बजाय कानूनी प्रक्रिया के बाद होने वाले फैसले पर यकीन रखती हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आरोपी संजय की निष्पक्ष सुनवाई उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि जिन आरोपियों को क्रिमिनल वकील नहीं मिलते हैं उनका साथ देना तथा उनका पक्ष कोर्ट में रखना मेरा काम है।
जानवर प्रवृत्ति का है आरोपी
बीते 8-9 अगस्त को कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी लेडी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या हुई थी। डॉक्टर के साथ इस वीभत्स घटना को अंजाम देने वाला संजय रॉय अस्पताल का कर्मचारी है। उसने रात में महिला डॉक्टर को अकेली देखकर घिनौनी घटना की। इस मामले को लेकर पूरे देश में गुस्सा देखने को मिला। इसकी जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि आरोपी संजय रॉय एक जानवर किस्म का व्यक्ति है।