Who is Kapil Mishra, delhi new Law Minister, know his net worth: भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता कपिल मिश्रा ने गुरुवार (20 फरवरी 2025) को नई दिल्ली सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Delhi CM Rekha Gupta) की अध्यक्षता वाली कैबिनेट में कपिल मिश्रा को कानून व न्याय मंत्री (Minister of Law and Justice) बनाया गया है। 44 साल के कपिल मिश्रा, दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा नाम हैं। वह दिल्ली सरकार में श्रम विभाग भी संभालेंगे।
AAP से BJP तक कपिल मिश्रा का राजनीतिक सफर
13 नवंबर 1980 को जन्मे मिश्रा ने पहली बार आम आदमी पार्टी (आप) के साथ राजनीति में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने 2015 में करावल नगर से दिल्ली विधानसभा चुनाव जीता और AAP उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की। उनकी जीत के बाद, उन्हें जल संसाधन मंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। हालांकि, AAP में उनका कार्यकाल बहुत कम समय के लिए था।
2017 में केजरीवाल और तत्कालीन मंत्री सत्येन्द्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद मिश्रा को मंत्रालय से हटा दिया गया था। उनके आरोपों के कारण, AAP के साथ कड़वाहट पैदा हो गई और अंततः उन्हें पार्टी नेतृत्व के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
दलबदल और AAP से निष्कासन
AAP विधायक होने के बावजूद, कपिल मिश्रा को अक्सर भाजपा नेताओं के साथ गठबंधन करते देखा गया, यहां तक कि सार्वजनिक कार्यक्रमों में उनके साथ मंच साझा करते हुए भी देखा गया। 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान बीजेपी के लिए उनका खुला समर्थन तेज हो गया और उन्होंने AAP उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार किया। उनके इन कामों के कारण दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष को औपचारिक शिकायत की गई और 2 अगस्त, 2019 को उन्हें दलबदल विरोधी कानून के तहत विधायक के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया।
LIC Smart Pension: आ गई एलआईसी की नई स्कीम, सिर्फ एक बार जमा करें पैसा, जिंदगीभर मिलेगी पेंशन!
उनके निष्कासन के तुरंत बाद, कपिल मिश्रा ने आधिकारिक तौर पर बीजेपी ज्वॉइन कर ली और खुलेआम अरविंद केजरीवाल व उनकी सरकार की आलोचना करने लगे।
विवाद और आरोपों का सिलसिला
मिश्रा, दिल्ली की राजनीति में ध्रुवीकरण करने वाले व्यक्ति बने हुए हैं। 2020 की शुरुआत में, उन्होंने उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगों से पहले कथित भड़काऊ भाषणों को लेकर विवाद खड़ा कर दिया था। उनके बयानों की तीखी आलोचना हुई, कई लोगों ने उन पर हिंसा भड़काने का आरोप तक लगाया।
शिकायतों में दावा किया गया है कि उन्होंने भड़काऊ टिप्पणियां कीं और उस भीड़ का नेतृत्व किया जिसने मुस्लिम और दलित प्रदर्शनकारियों को निशाना बनाया।
पारिवारिक एवं निजी पृष्ठभूमि
कपिल मिश्रा, मजबूत राजनीतिक संबंध रखने वाले परिवार से हैं। उनकी जड़ें मध्य प्रदेश के रीवा तक फैली हुई हैं। उनकी मां अन्नपूर्णा मिश्रा, पूर्वी दिल्ली की पूर्व मेयर हैं और नगर निगम की राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल रही हैं।
आप सुधारवादी के रूप में अपने शुरुआती दिनों से लेकर बीजेपी मंत्री के रूप में अपनी वर्तमान भूमिका तक, मिश्रा की राजनीतिक यात्रा में तीखे बदलाव हुए हैं।
कपिल मिश्रा की नेट वर्थ
मिश्रा की कुल संपत्ति 1.06 करोड़ रुपये है। उन पर 48.57 लाख रुपये का कर्ज है। मायनेटा के मुताबिक 2023-24 में उनकी आय 7.05 लाख रुपये थी, जबकि 2022-23 में 5.15 लाख रुपये हो गई। उनके पास एक लाख रुपये नकद हैं। उनके और उनकी पत्नी के संयुक्त बैंक खाते में कुल 3,53,700 रुपये जमा हैं। बॉन्ड, डिबेंचर और शेयरों में उनके निवेश का मूल्य 1,65,982 रुपये है।