चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) की अधिसूचना जारी करने के ठीक 48 घंटों बाद आज पश्चिम बंगाल के लिहाज से एक बड़ा आदेश जारी किया है। निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने राज्य के डीजीपी राजीव कुमार (Rajeev Kumar) को उनके पद से हटा दिया है और आईपीएस विवेक सहाय (IPS Vivek Sahay) को राज्य का नया डीजीपी नियुक्त किया है।

जानकारी के मुताबिक अधिसूचना जारी होने के बाद राज्य सरकार से आयोग ने तीन आईपीएस अधिकारियों के नाम मांगे थे, जिनमें विवेक सहाय से लेकर रणवीर कुमार और संजय मुखर्जी का नाम शामिल था। ऐसे मे विवेक सहाय को आयोग ने बंगाल का नया डीजीपी नियुक्त कर दिया है।

IPS विवेक सहाय मई में रिटायर होने वाले हैं। इसलिए उनके डीजी बनने की संभावना कम मानी जा रही थी, हालाँकि वरिष्ठता के कारण आयोग ने लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल पुलिस के सर्वोच्च पद को चुना है। IPS विवेक सहाय पिछले साल नवंबर से डीजी (होमगार्ड) के पद पर थे।

विवेक सहाय पर शांति से चुनाव कराने की जिम्मेदारी

चुनाव आयोग के डीजीपी बदलने के कदम को चुनाव से पहले एक बड़े फेरबदल के तौर पर देखा जा रहा है। विवेक सहाय की बात करें तो वे 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी है। वे राज्य पुलिस के महानिदेशक और कमांडेंट जनरल होमगार्ड भी रह चुके हैं। वरिष्ठ होने के चलते चुनाव आयोग ने उनके नाम को तरजीह दी है और लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान पश्चिम बंगाल में शांति से चुनाव कराने की जिम्मेदारी भी विवेक सहाय के ही कंधों पर होगी, जो कि उनके लिए एक बड़ा चैलेंज होने वाला है।

बता दें कि विवेक सहाय पहले भी चर्चा में आ चुके हैं। साल 2021 के विधानसभा चुनावों के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री और नंदीग्राम से प्रत्याशी ममता बनर्जी चोटिल हो गई थीं और उस दौरान ममता बनर्जी के मुख्य सुरक्षा सलाहकार आईपीएस अधिकारी विवेक सहाय ही थे।

दूसरी ओर बात अभी तक डीजीपी रहे आईपीएस राजीव कुमार की करें तो वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सबसे खास आईपीएस अधिकारियों की लिस्ट में आते हैं। चुनाव आयोग ने राजीव कुमार को एक बार फिर पश्चिम बंगाल में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव के पद पर भेज दिया है।

बता दें कि चुनाव आयोग के कार्यक्रम के अनुसार पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होगा। आयोग का कहना है कि वह स्वस्थ और पारदर्शिता के तहत चुनाव संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है।