Maharashtra Congress President: कांग्रेस ने महाराष्ट्र में प्रदेश अध्यक्ष बदलकर बड़ा बदलाव किया है। नाना पटोले की जगह अब राहुल गांधी के भरोसेमंद हर्षवर्धन वसंतराव सपकाल को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। विधानसभा चुनाव में हार के बाद और आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने एक नए चेहरे को मौका दिया है।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया, ‘कांग्रेस अध्यक्ष ने हर्षवर्धन सपकाल को तत्काल प्रभाव से महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी निवर्तमान अध्यक्ष नाना पटोले के योगदान की सराहना करती है। कांग्रेस अध्यक्ष ने विजय नामदेवराव वडेट्टीवार को तत्काल प्रभाव से महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में नियुक्त करने की भी मंजूरी दे दी है।’
कौन हैं हर्षवर्धन वसंतराव सपकाल?
हर्षवर्धन सपकाल का जन्म 10 जनवरी 1968 को हुआ था। उन्होंने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है। अब उनके सियासी करियर की बात करें तो वह 1999 से 2002 तक जिला परिषद के अध्यक्ष रहे। उस समय वे महाराष्ट्र के सबसे युवा अध्यक्ष के तौर पर जाने जाते थे। उन्होंने राहुल गांधी की कोर टीम में 14-15 साल तक काम किया। इतना ही नहीं उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव के रूप में भी कार्य किया है। उन्होंने राजीव गांधी पंचायत राज संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में काम किया। उत्तराखंड और पंजाब समेत कई राज्यों के चुनावों में उनकी अहम भूमिका रही है।
महाराष्ट्र में प्रचंड जीत के बाद बोले BJP नेता देवेंद्र फडणवीस
2014 के विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र की बुलढ़ाणा सीट से हर्षवर्धन सपकाल विधायक चुने गए थे। साल 2019 में वह इलेक्शन हार गए थे। साल 2024 में फिर से चुनाव हुए और यह विधानसभा सीट उद्धव ठाकरे गुट के खाते में गई थी। यहां से शिंदे सेना गुट के संजय गायकवाड़ विधायक हैं।
महाराष्ट्र चुनाव 2024
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 235 सीटें जीतकर भारी जीत हासिल की। ये नतीजे बीजेपी के लिए एक मील का पत्थर साबित हुए, क्योंकि वह 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। वहीं शिवसेना को 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 41 सीटें मिलीं। साथ ही महा विकास अघाड़ी यानी एमवीए को तगड़ा झटका लगा। कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटें मिलीं। इसके गठबंधन सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) ने 20 सीटें जीतीं, जबकि एनसीपी (शरद पवार गुट) को सिर्फ 10 सीटें मिलीं। अब कांग्रेस प्रदेश की कमान सपकाल को मिलने के बाद में यह देखना होगा कि वह कांग्रेस के लिए कैसे संजीवनी साबित होते हैं। आदित्य ठाकरे ने JDU को चेताया तो मिली नसीहत पढ़ें पूरी खबर…