Who is Ajay Kumar Bhalla: केंद्र सरकार ने पांच राज्यों के गवर्नर बदले हैं। सबसे अहम नियुक्ति मणिपुर में की गई है। मणिपुर में केंद्र सरकार ने पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को गवर्नर नियुक्त किया है। मणिपुर में पिछले डेढ़ साल में जिस तरह से हालात रहे हैं, उसको देखते हुए पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की नियुक्ति काफी अहम मानी जा रही है। अजय कुमार भल्ला केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के काफी करीबी माने जाते हैं।

5 साल से अधिक समय तक रहे गृह सचिव

अजय कुमार भल्ला पिछले 52 साल में ऐसे दूसरी गृह सचिव रहे हैं जिन्होंने 5 साल या इससे अधिक समय तक इस पद पर बिताया हो। अजय कुमार भल्ला ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमएससी बॉटनी में और पंजाब यूनिवर्सिटी से सोशल साइंस में एमफिल की डिग्री हासिल की है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड विश्वविद्यालय से MBA भी किया है।

मिला 4 सेवा विस्तार

वैसे तो अजय कुमार भल्ला 23 अगस्त 2019 को ही रिटायर हो गए थे। लेकिन इसके बाद उन्हें सेवा विस्तार मिला। केंद्र सरकार ने इसके बाद अजय कुमार भल्ला को अगस्त 2020, 2021 और 2022 और 2023 में भी सेवा विस्तार दिया।

The Diary Of West Bengal के डायरेक्टर ने ‘द डायरी ऑफ मणिपुर’ का किया ऐलान, मणिपुर हिंसा पर बेस्ड है स्टोरी, जारी हुआ फर्स्ट लुक पोस्टर

अजय भल्ला की गिनती अमित शाह के सबसे करीबी अधिकारियों में होती है। गृह मंत्रालय से पहले 2017 से 2019 तक अजय भल्ला ऊर्जा मंत्रालय में सचिव थे। अजय भल्ला की नियुक्ति गृह सचिव के तौर पर 23 अगस्त 2019 को हुई थी और उनके ऊपर देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का जिम्मा था। 23 अगस्त 2019 की तारीख इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे 15 दिन पहले ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था।

असम-मेघालय कैडर के नाते नॉर्थ ईस्ट मामलों पर अच्छी पकड़

अजय कुमार भल्ला गृह मंत्री अमित शाह के राइट हैंड माने जाते हैं। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार एक सीनियर ब्यूरोक्रेट कहते हैं कि अजय कुमार भल्ला एक ऐसे अफसर हैं जिन्हें पता है कि उन्हें करना क्या है। वह कभी नहीं कहते हैं कि ये काम मैं अच्छा कर सकता हूं। वह जानते हैं कि अगर गृह मंत्री ने कोई निर्णय लिया है तो वह काम हर हाल में होना है। यही उनकी खासियत है। गृह मंत्रालय में अजय भल्ला के एक साथी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा था कि असम-मेघालय कैडर का होने के नाते अजय कुमार भल्ला की नॉर्थ ईस्ट से जुड़े मामलों पर बहुत अच्छी पकड़ है। शायद ही किसी ने कभी उनकी टेबल पर कोई फाइल पेंडिंग देखी हो।

जब अजय भल्ला की गृह सचिव के तौर पर नियुक्ति हुई, तब जम्मू कश्मीर राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था। ऐसे अजय कुमार भल्ला के सामने चुनौती थी कि राज्य में सबकुछ सामान्य हो और किसी तरह की हिंसा न हो। वह ऐसा करने में सफल भी रहे। 4 साल बाद अब घाटी में न सिर्फ स्थिति सामान्य है, बल्कि आतंकी घटनाओं में भी कमी आई। जम्मू-कश्मीर के बाद 2019 के आखिर तक CAA का मामला सामने आ गया। इस मामले को लेकर दिल्ली समेत पूर्वोत्तर के तमाम राज्यों में प्रदर्शन हुए। फरवरी 2020 में दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भी हुए। तब भी भल्ला ने ही मामले को संभाला।

पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले लगभग डेढ़ साल से जारी हिंसा और तनाव के हालात थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। विपक्ष भी इसको लेकर केंद्र पर हमलावर हैं। ऐसे में भल्ला की नियुक्ति काफी अहम मानी जा रही है। पढ़ें मणिपुर की अन्य अहम खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।