Saamana On PM Modi: विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के नाम को लेकर प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी के तंज पर कांग्रेस समेत कई दलों के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पिछले हफ्ते पीएम मोदी ने विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA की ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिद्दीन से तुलना करते हुए कहा था कि इनके नाम में भी इंडिया है। इसके बाद से बीजेपी और विपक्ष के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है।
इसी बीच अब शिवसेना के मुखपत्र सामना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पलटवार किया है। सामना में कहा गया है एनडीए में शामिल पांच दलों के नाम में इंडिया है तो अब इंडिया वाले क्या करेंगे? सामना में आगे कहा गया कि ईस्ट इंडिया कंपनी वाले व्यापारी बनकर आए और शासक बन गए, दिल्ली के गुजराती शासक भी व्यापारी हैं।
सामना में आगे लिखा गया, ‘ ईस्ट इंडिया कंपनी से लड़ने के दौरान आज का संघ परिवार कहीं भी नहीं था। आजादी के लिए खून की एक बूंद भी बहाए बिना आज यह टोली आजादी के सारे फल चख रही है। विभाजन के समय जब बंगाल के नोआखाली में हिंसा हो रही थी, तब महात्मा गांधी निडर होकर उस आग में कूद गए थे।’
मणिपुर हिंसा को लेकर सामना में सवाल
मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर भी सामना में सवाल उठाया गया है। सामना में लिखा गया, ‘आज मणिपुर जलने के दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी न तो वहां जा रहे हैं और न ही बात करने को तैयार हैं। पीएम मोदी ने इंडिया गठबंधन को ईस्ट इंडिया कंपनी की उपमा दी। ईस्ट इंडिया कंपनी अंग्रेजों की एक व्यापारिक कंपनी थी और वे व्यापारी बनकर आए थे, लेकिन शासक बन गए। ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह दिल्ली के गुजराती शासक भी व्यापारी हैं।’
मुखपत्र में कहा गया, ‘हम व्यापारी हैं, ऐसा खुद प्रधानमंत्री मोदी ने स्वीकार किया है। व्यापारी होने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन व्यापार देश और जनता के हित में होना चाहिए। ईस्ट इंडिया कंपनी ने देश पर व्यापार के माध्यम से ही स्वामित्व हासिल किया था, लेकिन ईस्ट इंडिया कंपनी का व्यापार और उसे करने वाले लोग आज के राजनीतिक व्यापारियों जितने क्रूर नहीं रहे होंगे, अब ऐसा लगने लगा है।’
सामना में आगे कहा, ‘ इंडिया मतलब दहशतगर्द, ऐसा पीएम मोदी कहते हैं, लेकिन उनके राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में कम से कम पांच दलों के पास इंडिया है। ऑल इंडिया डीएमके, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले), फिर अब ये इंडिया वाले क्या करेंगे।’