अमेरिका के सबसे उम्रदराज प्रेसीडेंट जो बाइडेन विमान की सीढ़ियां चढ़ते वक्त तीन बार लड़खड़ा गए। इस दौरान वह 3 बार गिरे भी। गनीमत रही कि उन्हें किसी तरह की चोट नहीं आई। इस घटना का वीडियो सामने आया है। इसमें एयर फोर्स वन में चढ़ते वक्त बाइडेन का पैर सीढ़ियों पर फिसल गया। वहाइट हाउस की प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडेन पूरी तरह से ठीक हैं। इस हादसे में उन्हें किसी तरह की चोट नहीं आई है। पहले ऐसी घटना PM मोदी और जवाहर लाल नेहरू के साथ भी हो चुकी है।

बाइडेन अमेरिका में राष्ट्रपति पद संभालने वाले सबसे बुजुर्ग नेता हैं। 78 साल के डेमोक्रेट नेता ने 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। उन्होंने रिपब्लिक के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प को हराकर अमेरिकी की सत्ता हासिल की थी। इससे पहले पिछले साल नवंबर महीने में बाइडेन के दाहिने पैर में हेयरलाइन फ्रैक्चर हो गया था। उस दौरान वह अपने डॉग के साथ खेल रहे थे।

बाइडेन के सीढ़ियों से फिसलने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें विमान में तेजी से चढ़ते वक्त बाइडेन सीढ़ियों पर फिसल गए। वीडियो में दिख रहा है कि वह उठकर आगे बढ़ते हैं तो एक बार फिर से गिर जाते हैं। ऐसा उनके साथ तीन बार हुआ। लेकिन फिर भी वह खुद को संभालकर विमान में चले जाते हैं। वीडियो फुटेज में राष्ट्रपति बाइडेन उठने के बाद अपना घुटना रगड़ते भी दिख रहे हैं। हालांकि, इस दौरान वह ऐसा कोई रिएक्शन नहीं दिखाते, जिससे लगे कि उनकी चोट गंभीर है।

बाइडेन अटलांटा दौरे पर जा रहे थे जहां उन्हें एशियाई-अमेरिकी समुदाय के नेताओं से मुलाकात करनी थी। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने वॉशिंगटन के करीब स्थित जॉइंट बेस एंड्रयू में तेज हवा को इस हादसे के पीछे वजह बताया। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि हादसे के बाद बाइडेन की मेडिकल जांच की गई या नहीं। मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि इस तरह की घटना आम है और किसी के साथ भी हो सकती है। लेकिन बाइडेन उम्र के जिस पड़ाव पर हैं, यह उनके लिए नुकसानदेह हो सकती है।

गौरतलब है कि 2019 में उत्तर प्रदेश के कानपुर में गंगा बैराज की सीढ़ियों पर चढ़ते वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिसल गए थे। घटना में मोदी को किसी प्रकार की चोट नहीं लगी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी गंगा नदी बैराज की सीढिय़ों पर चढ़ते समय फिसल गए। इसके बाद एसपीजी के जवानों ने उन्हें उठाया। इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी मच गई। इससे पहले देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू के साथ भी इसी तरह की घटना हो चुकी है। संसद में प्रवेश के दौरान उनके साथ फिसलने की घटना हुई थी। हालांकि, उन्हें भी गंभीर चोट नहीं आई थी।

ऐसा ही वाकया देश के पहले पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू के साथ भी हो चुका है। एक बार दिल्ली में हो रहे कवि सम्मेलन में पंडित नेहरू पहुंचे तो सीढ़ियां चढ़ते हुए उनके पैर लड़खड़ा गए। कवि रामधारी सिंह दिनकर ने उन्हें संभाला। नेहरू ने उन्हें धन्यवाद कहा तो इस पर दिनकर ने कहा कि जब जब सत्ता लड़खड़ाती है तो साहित्य ही उसे संभालता है। ध्यान रहे कि नेहरू से दिनकर की काफी घनिष्ठता थी। नेहरू उन्हें राजनीति में लेकर आए। 1952 में दिनकर को राज्यसभा सांसद मनोनीत किया गया।

उधर, क्ले ट्रेविस ने ट्विटर पर लिखा, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति पानी का ग्लास लेकर रैंप से धीरे-धीरे उतर रहे थे। इससे साफ था कि वह नॉर्मल महसूस नहीं कर रहे थे। रोचक यह देखना होगा कि बाइडेन के गिरने की घटना को मीडिया किस तरह से लेता है। उनकी बात इशारा करती है कि उस दौरान मीडिया ने ट्रम्प के मामले को उतनी तवज्जो नहीं दी थी।