राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर लगातार चर्चाओं में हैं। ‘द वायर’ पर करण थापर के साथ एक इंटरव्यू में जब उनसे सवाल किया गया कि राजनीति में प्रशांत किशोर की क्या जगह है? जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं महात्मा गांधी से प्रभावित रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में सबसे अधिक बदनाम खादी ही हुई है।
पीके ने कहा कि मैं इस सवाल से काफी प्रसन्न हूं। व्यक्तिगत स्तर पर मैंने अब तक जितना गांधी को पढ़ा है उस आधार पर उनसे प्रभावित हूं। करण थापर ने बीच में सवाल किया गांधी मतलब आप महात्मा गांधी की ही बात कर रहे हैं? प्रशांत किशोर ने कहा बिल्कुल। लेकिन गांधी के विचारों का सबसे अधिक गलत उपयोग इस देश में किया गया है। जैसे आप खादी को ही देख सकते हैं। जिसे सबसे अधिक बदनाम होना पड़ा है। क्योंकि भारत में विचारधारा को राजनीतिक दलों से ही जोड़कर देखा जाता रहा है।
इसी इंटरव्यू के दौरान जब करण थापर ने नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी ताकत और सबसे बड़ी कमजोरी को लेकर प्रशांत किशोर से सवाल किया तो इसका जवाब देते हुए किशोर ने कहा कि नरेंद्र मोदी की कमजोरी बताने के लिए मेरी शख्सियत बहुत छोटी है। प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर मुझे कोई जोर देकर पूछेगा तो मैं यही कह सकता हूं नरेंद्र मोदी का स्वभाव थोड़ा और दोस्ताना हो सकता है।
प्रशांत किशोर ने करण थापर को इंटरव्यू में बताया कि जब वे 2011 में सबसे पहले नरेंद्र मोदी से मिले थे तो उस समय वजह गुजरात में कुपोषण की समस्या की थी। किशोर ने बताया, ‘समय के साथ-साथ मैं उनको राजनीतिक तौर पर भी मदद करने लगा।’
करण थापर ने जब प्रशांत किशोर से पूछा कि क्या आपने मोदी को बनाने में मदद की है। इसका जवाब देते हुए किशोर हंसने लगे और कहने लगे कि आप बहुत बड़ी बात कह रहे हैं। नरेंद्र मोदी जो हैं उसमें मेरा बस एक छोटा सा योगदान भर है।