वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बुधवार को कहा कि जब चुनाव सीक्रेट बैलट के माध्यम से कराए गए थे तो ‘तथाकथित चाणक्य’ हार गए थे। माना जा रहा है कि उनका इशारा अमित शाह की ओर था। मंगलवार को हुए कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव में सचिव पद पर भाजपा सांसद राजीप प्रताप रूडी और पूर्व सांसद संजीव बालियान के बीच मुकाबला था। राजीव प्रताप रूडी ने संजीव बालियान को करीब 100 वोटों के अंतर से हरा दिया।

सीसीआई चुनावों से सीख लेने लायक सबक पर प्रकाश डालते हुए सिब्बल ने एक्स पर लिखा, “जब चुनाव गुप्त मतदान से होगा तो तथाकथित चाणक्य आसानी से हार जाएंगे। बिहार में अगर चुनाव निष्पक्ष होगा तो चाणक्य फिर हार जाएंगे।”

दिल्ली में मंगलवार को हुए कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव में राजीव प्रताप रूडी ने 25 वर्षों की सत्ता विरोधी लहर का सामना करने के बावजूद, कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के सचिव (प्रशासन) के रूप में अपना पद बरकरार रखा और अपने साथी पार्टी सदस्य संजीव बालियान को हराया , जिन्हें केवल 290 वोट मिले। रूडी इसके पहले इसी पद पर चार बार निर्विरोध चुने जा चुके थे। रूडी बनाम बालियान के मुकाबले को भाजपा के अंदर शक्ति परीक्षण के रूप में देखा जा रहा था। कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का गुट संजीव बालियान का समर्थन कर रहा था। वहीं, रूडी को विपक्षी दलों के सांसदों का अंदरूनी समर्थन प्राप्त था।

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जीत के बाद क्या बोले राजीव प्रताप रूडी?

जश्न के बीच, भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने अपनी जीत का श्रेय अपने पैनल को दिया और कहा, “मैं शायद 100 से ज़्यादा वोटों से जीता हूं और अगर इसे 1000 वोटों से गुणा किया जाए तो यह संख्या 1 लाख हो जाती है। यह मेरे पैनल की जीत है। हर किसी ने अपनी पार्टी से उठकर वोट डाला। मेरे पैनल में कांग्रेस, सपा, टीएमसी और निर्दलीय सांसद शामिल थे। मुझे पिछले दो दशकों की मेरी मेहनत का फल मिला है।”

11 सदस्यीय निकाय के आंकड़े दर्शाते हैं कि कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के चुनावों में विपक्ष का दबदबा है और ज़्यादातर पदों पर इंडिया गठबंधन के सदस्यों का कब्ज़ा है। इस चुनाव में, संजीव बालियान के ख़िलाफ़ रूडी के पैनल में कांग्रेस और अन्य इंडिया ब्लॉक पार्टियों के प्रमुख नेता शामिल थे।

रूडी वर्सेस बालियान था मुक़ाबला

सचिव पद के लिए चुनाव 20 साल बाद हो रहा था। ऐसे में इसको लेकर चर्चाएं तेज हो गई थी। संजीव बालियान आखिरी समय में उम्मीदवार बने। इसके पहले राजीव प्रताप रूडी चार बार निर्विरोध इस पद पर जीत चुके थे। मंगलवाल (12 अगस्त) को हुए मतदान में कुल 707 सदस्यों ने वोट डाले थे। इनमें से 669 वोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग के माध्यम से जबकि 38 वोट मत पत्र के माध्यम से डाले गए थे। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स