साल 2022 में होने वाले उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की सहयोगी पार्टियों ने उसके लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। हाल ही में भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद ने आगामी विधानसभा चुनाव में खुद को उपमुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की मांग की। बीते दिनों एक इंटरव्यू के दौरान इसी मुद्दे पर संजय निषाद कैमरे के सामने ही रोने लगे और कहने लगे कि हमें ठगा गया है।
टीवी चैनल न्यूज 24 को दिए इंटरव्यू में संजय निषाद ने कहा कि हमारी पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर बनी है। अंग्रेजों ने कानून बनाकर निषाद समाज को उजाड़ा है। अब संविधान में कानून बनाकर बसाने की जगह भी है। लेकिन ये डकैत 70 साल से निषादों का वोट लेते रहे और इनके नौकरी पर डाका डालते रहे। साथ ही उन्होंने कहा कि कहा कि हमारे समाज को ठगा गया है और हमारा समाज रो रहा है। उसी आरक्षण के लिए हम भाजपा के साथ आए हैं।
आगे संजय निषाद रोते हुए कहने लगे कि आज के दिन में हमारे आंसू गिर रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी के साथ 2 साल हो गया है और हम अपने समाज को क्या जवाब देंगे। इस समाज के लिए हम दर दर भटक रहे हैं। मैं चाहता हूं कि हमारे समाज को आरक्षण का हक़ मिल जाए, चाहे बाद में ही सीट मिले। उनका हक़ दे दिया जाए और जो अधिकारी हमारे समाज का हिस्सा खा रहे हैं उन्हें जेल भेज दिया जाए।
गौरतलब है कि पिछले दिनों संजय निषाद ने कहा था कि उत्तरप्रदेश में अभी तक सभी जातियों के मुख्यमंत्री बनाए गए हैं लेकिन 18 प्रतिशत वोट बैंक वाले मछुआरा समाज से कोई मुख्यमंत्री नहीं बना है। इसलिए भाजपा को मछुआरा समाज के चेहरे पर चुनाव लड़ना चाहिए। अगर मुख्यमंत्री पद नहीं दिया जा सकता है तो बीजेपी उन्हें अगले विधानसभा चुनाव में उपमुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर चुनाव लड़े। साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर भाजपा उन्हें खुश रखेगी तो 2022 में उसे भी ख़ुशी मिलेगी। वे हमें दुखी रखकर खुद खुश नहीं रह सकते हैं।
हालांकि बाद में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात के बाद संजय निषाद ने मीडिया के सामने आकर कहा कि मुलाकात अच्छी रही। हमारी मांगें जल्द पूरी होंगी। बता दें कि साल 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बन जाने के बाद खाली हुई गोरखपुर सीट पर भाजपा को हराकर संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद ने कब्ज़ा कर लिया था। लेकिन बाद में प्रवीण निषाद भाजपा में शामिल हो गए थे और निषाद पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन का हिस्सा बन गई थी।