योग गुरु रामदेव पतंजलि और उसके उत्पादों को लेकर चर्चा में रहते हैं। वह अक्सर अपनी राजनीतिक टिप्पणियों से भी सुर्खियां बटोरते रहते हैं। वह किसी मंच पर जाएं और राजनीति से जुड़ी चर्चा न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। एक बार वह आजतक के एक कार्यक्रम में पहुंचे हुए थे। इस कार्यक्रम का संचालन कुमार विश्वास कर रहे थे जो कि आम आदमी पार्टी के नेता भी रह चुके हैं। ऐसे में दोनों के बीच राजनीति पर चर्चा शुरू हो गई। कार्यक्रम के दौरान जब बाबा रामदेव ने कहा कि देश में राजनीतिक अहिसुष्णता काफी बढ़ गई है तो कुमार विश्वास भी बोल उठे कि मैं तो उसका शिकार हूं।
आज तक चैनल पर आयोजित केवी सम्मलेन के दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि आजकल मैंने राजनीति पर बोलना कम कर रखा है। इस देश में मैंने धार्मिक असहिष्णुता तो देखी नहीं लेकिन राजनीतिक असहिष्णुता पराकाष्ठा पर है। देश में राजनीतिक असहिष्णुता काफी बढ़ गई है। इसपर कुमार विश्वास ने कहा कि मैं तो उसका शिकार हूं। कुमार विश्वास के ऐसा कहने पर बाबा रामदेव और वहां मौजूद लोग ठहाके लगाकर हंसने लगे।
बाबा रामदेव ने कहा कि कुमार विश्वास जी आप भी उस चक्कर में फंस ही गए। आगे बाबा रामदेव ने कहा कि इनको सब विश्वास विश्वास कहते हैं लेकिन इनके मित्र ने ही इनके ऊपर अविश्वास कर डाला। इसपर कुमार विश्वास ने कहा कि अविश्वास कुछ नहीं है। मैं तो आपके कुल का ही आदमी हूं, आप भी रामलीला मैदान चले गए थे इसलिए मैं भी पीछे पीछे चला गया था। हमारे गुरू ही ऐसे निकले कि आपका भी धोखा हुआ और हमें भी धोखा हुआ।
बाबा रामदेव और कुमार विश्वास दोनों का इशारा अरविंद केजरीवाल की तरफ था। अरविंद केजरीवाल और कुमार विश्वास साल 2011 में अन्ना हजारे के नेतृत्व में हुए भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का हिस्सा थे। आंदोलन के बाद बनी आम आदमी पार्टी में दोनों सहयोगी भी थे। लेकिन साल 2018 में राज्यसभा उम्मीदवार को लेकर दोनों के बीच ठन गई थी और कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी से अलग हो गए थे। वहीं बाबा रामदेव ने भी साल 2011 में भ्रष्टाचार के खिलाफ रामलीला मैदान में आंदोलन शुरू किया था। अन्ना हजारे भी बाबा रामदेव के आंदोलन में शरीक हुए थे लेकिन बाद में दोनों के बीच मतभेद की ख़बरें भी सामने आई थी।
आजतक पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान बाबा रामदेव ने भले ही कहा हो कि वे राजनीति पर कम बोलते हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के साथ उनकी निकटता जगजाहिर है। एक बार तो उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्र ऋषि बता दिया था। बाबा रामदेव ने कहा था कि आजादी के 70 वर्षों के बाद एक ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो अपने लिए कुछ नहीं सोचता है। अपने घर परिवार यहां तक की अपनी बूढ़ी माता तक के लिए नहीं सोचता है। भारत माता ही एक मात्र आराध्या है। अब वो कोई व्यक्ति नहीं रह गया है, वो पूरे भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। वो 200 करोड़ वर्ष पुराने देश का प्रतिनिधित्व करता है।