Rajasthan Politics: राजस्थान की सियासत में कांग्रेस के भीतर बड़ा डेवेलपमेंट हो रहा है क्योंकि जुलाई 2021 के बाद पहली बार पूर्व सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मुलाकात हुई। ये मुलाकात करीब एक घंटे तक चले और बंद कमरे में चली मीटिंग के चलते नए सियासी कयास लगाए जा रहे हैं।
दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट, अशोक गहलोत को अपने दिवंगत पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि के कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान राजस्थान के इन दो दिग्गजों के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई है।
अशोक गहलोत ने शेयर किया पायलट से मुलाकात का वीडियो
न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात लंबे समय बाद हुई है। अशोक गहलोत ने इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर करते हुए लिखा कि AICC महासचिव सचिन पायलट अपने निवास पर आयोजित होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि कार्यक्रम में आमंत्रण देने आए।
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याद किए राजेश पायलट के साथ अपने संबंध
अपने पोस्ट में अशोक गहलोत ने राजेश पायलट के साथ अपने पुराने संबंधों को याद करते हुए लिखा कि राजेश पायलट और मैं 1980 में एक साथ पहली बार लोकसभा पहुंचे थे और लगभग 18 वर्षों तक सांसद रहे। उनके असामयिक निधन से आज भी दुख होता है, उनके जाने से पार्टी को भी गहरा आघात लगा था।
दूसरी ओर सचिन पायलट ने भी इस मुलाकात की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। 11 जून को दौसा में पिताजी दिवंगत राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में आमंत्रित किया।
दोनों दिग्गजों के बीच रही लंबी खटास
गौरतलब है कि 2020 में राजस्थान की कांग्रेस सरकार में सियासी संकट के दौरान अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच रिश्ते काफी तनावपूर्ण हो गए थे। दोनों की आखिरी मुलाकात जुलाई 2021 में हुई थी। ऐसे में यह मुलाकात सियासी तौर पर काफी अहम मानी जा रही है।
2023 में कांग्रेस बीजेपी से विधानसभा चुनाव में हार गई थी। राजनीतिक विश्लेषक ये भी बताते हैं कि दोनों नेताओं की खटास का नुकसान कांग्रेस पार्टी 2023 के विधानसभा चुनाव में हुआ था, और पार्टी राज्य की सत्ता नहीं बचा सकी थी।
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