PM Modi Kuwait Visit: कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल अहमद अल जबर सबा के इनविटेशन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत दौरे पर पहुंचे है। 43 साल के बाद यह पहला मौका है जब किसी भारतीय पीएम का कुवैत में दौरा हो रहा है। इस यात्रा से भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय संबंधों का एक नया अध्याय शुरू होने के आसार हैं। प्रधानमंत्री मोदी कुवैत में भारतीय लोगों को भी संबोधित करेंगे। भारतीय समुदाय का कुवैत की इकोनॉमी में बेहद ही अहम रोल होता है। आइए अब जानते हैं कि वहां पर भारतीय क्या काम करते हैं और वह भारत कितना पैसा भेजते हैं।

कुवैत की इकोनॉमी को धार देने में भारतीय अहम रोल निभाते हैं। हर साल काफी बड़ी संख्या में भारत के लोग वहां पर जाते हैं। कुवैत में भारतीय कामगारों की संख्या बहुत बड़ी है, खासकर स्वास्थ्य और तेल क्षेत्र में। कुवैत के हॉस्पिटल में भारतीय डॉक्टर और नर्स बड़ी संख्या में काम करते हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की कामयाबी भारतीय कामगारों पर ही डिपेंड करती है। अगर भारतीय डॉक्टर और नर्स कुवैत से वापस इंडिया लौट आएं तो हेल्थ सेक्टर काफी चरमरा जाएगा।

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किस जगह से जाते हैं सबसे ज्यादा लोग

भारत और कुवैत के बीच में साल 2012 में स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर एक समझौता हुआ था। कुवैत में भारतीय दूतावास का कहना है कि वहां पर रहने वाले सबसे ज्यादा लोग कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु से संबंध रखते हैं। इनमें से सबसे ज्यादा लोग नर्स और डॉक्टर के तौर पर सेवाएं देते हैं।

भारतीय लोगों को कितना मिलता है वेतन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत से जाने वाले अनस्किल्ड वर्कर्स को कुवैत में 100 कुवैती दीनार मासित वेतन मिलता है। इन अनस्किल्ड वर्कर्स में मजदूर, हेल्पर और क्लीनर का नाम शामिल है। सेमी स्किल्ड वर्कर्स में डिलीवरी ब्वॉय, नाई, सुरक्षा गार्ड आते हैं। इन को 100 से 170 दीनार तक मासिक वेतन मिलता है। पूरी तरह से स्किल्ड वर्कर्स को 120 से 200 कुवैती दीनार तक हर महीने वेतन के तौर पर मिलते हैं। इनमें टेक्निक्ल और मैकेनिकल वर्कर्स आते हैं।

भारत की अर्थव्यवस्था को भी दे रहे मजबूती

कुवैत में काम करने वाले भारतीय वहां की तरक्की और इकोनॉमी में तो अपना अहम रोल निभा ही रहे हैं। वहीं इकोनॉमी को भी मजबूत बना रहे हैं। कुवैत में काम करने वाले भारतीय कामगार वहां से अच्छी-खासी रकम अपने परिवार के पास भारत में भेजते हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि कुवैत से भारत भेजे जाने वाले पैसे का आंकड़ा 6.3 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है। 2023-2024 के फाइनेंसियल ईअर में दोनों देशों के बीच व्यापार 10.47 अरब डॉलर का रहा। 43 साल बाद कुवैत की यात्रा पर भारत के प्रधानमंत्री, इंदिरा गांधी के बाद अब PM मोदी कर रहे दौरा पढ़ें पूरी खबर…