हरियाणा विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी ‘खर्ची और पर्ची’ शब्द का उपयोग करते हुए कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं। पीएम ने बार-बार इस बात का जिक्र किया है कि 2004 से 2014 तक प्रदेश में 10 साल की कांग्रेस सरकार में बिना भ्रष्टाचार के नौकरी मिलना आसान नहीं था। बुधवार को सोनीपत में एक रैली में पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्ट कांग्रेस ने हरियाणा को लूटा है। हरियाणा चुनाव के लिए कुरुक्षेत्र में हुई पीएम की पहली रैली में उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार ने इस खर्ची, पर्ची सिस्टम को खत्म कर दिया और ट्रांसपेरेंसी के साथ 1.5 लाख सरकारी नौकरियां दी हैं।” 

हरियाणा चुनाव के अपने घोषणापत्र में भी भाजपा ने इस बारे में बात की है और युवाओं को बिना खर्ची-पर्ची के दो लाख स्थायी सरकारी नौकरियां देने का वादा किया है।

‘खर्ची और पर्ची’ का मतलब क्या है, कैसे चर्चा में आया?

हरियाणा में होने वाले इस चुनाव में सभी दलों और उम्मीदवारों का एक आम वादा है कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो ‘पक्की नौकरी’ देंगे। भाजपा ने उचित प्रक्रिया के साथ 2 लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया है, तो कांग्रेस ने 2 लाख खाली सरकारी पदों को भरने का वादा किया है। आईएनएलडी और बसपा ने एक जॉब कैलेंडर जारी किया है जिसमें पहले साल में एक लाख सरकारी नौकरियों और 21,000 रुपये प्रति माह बेरोजगारी भत्ते का वादा किया गया है।

भाजपा के मुताबिक कांग्रेस के शासन में रोजगार पर्ची के ज़रिए मिलता था यानी सत्ता में बैठे लोगों की सिफारिशों के आधार पर नौकरी मिल जाती थी। दूसरा शब्द खर्ची यानी रिश्वत था। बीजेपी का मानना है कि कांग्रेस शासन में यही भ्रष्टाचार होता था। भाजपा का दावा है कि कांग्रेस के शासन में यह व्यवस्था इतनी व्यवस्थित थी कि अलग-अलग पदों के लिए रिश्वत की अलग-अलग दरें तय की जाती थीं।

क्या बीजेपी आने के बाद यह खत्म हुआ है?

हरियाणा भाजपा के मुख्य प्रवक्ता जवाहर यादव का दावा है कि बीजेपी सरकार ने “पर्ची और खर्ची” पर रोक लगाई और पारदर्शी प्रणाली के ज़रिए से योग्यता के आधार पर 1.43 लाख पदों पर भर्ती की है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने कांग्रेस के दो कार्यकालों की तुलना में ज़्यादा नौकरियां भी दी हैं। नवंबर 2022 में अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पर्ची, खर्ची सिस्टम को समाप्त करने का दावा किया।

कांग्रेस इसपर क्या जवाब देती है?

हरियाणा कांग्रेस के प्रवक्ता केवल ढींगरा ने भाजपा पर बिना किसी सबूत के आरोप लगाने का आरोप लगाया और कहा कि यहां कोई खर्ची और पर्ची प्रथा नहीं थी। भाजपा झूठ बोल रही है और फर्जी वीडियो शेयर कर रही है। कांग्रेस सरकार ने पारदर्शी तरीके से भर्तियां की थीं। यह भाजपा सरकार ही है जिसने नौकरी देने के लिए पैसे लेने की ‘अटैची संस्कृति शुरू की।” भाजपा सरकार के रोजगार रिकॉर्ड पर ढींगरा का कहना है कि यह केवल अस्थायी नौकरियां दे रही है।