Farrukhabad Deaths: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के एक गांव में दो सहेलियों के शव एक ही दुपट्टे से पेड़ पर लटके हुए मिले। इस घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया। तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे आला अधिकारी ने घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने इस मामले को सुसाइड का मामला बताया है। वहीं परिवारवालों का आरोप है कि उनकी हत्या की गई है। मरने वाली दोनों लड़कियां दोस्त थीं। इनमें से एक की उम्र 18 साल और दूसरी की उम्र 15 साल थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गांव में रहने वाली दोनों सहेलियां जन्माष्टमी के मौके पर पास के ही मंदिर में झांकी देखने के लिए गई थीं। काफी देर तक जब अपने घर पर नहीं लौटीं तो परिवारवालों को लगा कि वह अपने किसी रिश्तेदार के यहां पर रुक गई होंगी। लेकिन मंगलवार की सुबह जब गांव के लोग आम के बाग में पहुंचे तो देखा कि दोनों लड़कियां एक ही दुप्पटे से पेड़ पर लटकी थीं। इस घटना ने अब राजनीतिक रंग भी ले लिया है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी भी राज्य सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर हमलावर है।
फर्रुखाबाद मामले पर राहुल गांधी ने दी प्रतिक्रिया
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘भाजपा सरकार में न्याय की उम्मीद करना भी गुनाह है। कमजोरों और वंचितों के खिलाफ गंभीर से गंभीर घटनाओं में भी जिनकी प्राथमिकता न्याय नहीं अपराध छिपाना हो, उनसे कोई क्या ही उम्मीद करे। फर्रुखाबाद में हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, पीड़ित परिवार के साथ प्रशासन का ऐसा रवैया किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। आखिर यह सब कब तक सहन किया जा सकता है? एक समाज के रूप में हमारे सामने ये बहुत बड़ा सवाल है। सुरक्षा भारत की हर बेटी का अधिकार है और न्याय हर पीड़ित परिवार का हक।’
अखिलेश यादव ने महिला सुरक्षा के मुद्दे को उठाया
सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही संवेदनशील घटना है कि उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में जन्माष्टमी समारोह देखने के लिए निकली दो लड़कियों के शव पेड़ से लटके मिले। भाजपा सरकार को इस मामले की तुरंत निष्पक्ष जांच करानी चाहिए और हत्या के इस संदिग्ध मामले पर अपनी रिपोर्ट पेश करनी चाहिए। ऐसी घटनाएं समाज में भयावह माहौल पैदा करती हैं, जिससे महिलाओं को गहरा मानसिक आघात पहुंचता है। अब समय आ गया है कि राजनीति से ऊपर उठकर महिला सुरक्षा को एक गंभीर मुद्दे के रूप में उठाया जाए।
प्रियंका गांधी ने प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़े किए
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि घटना के प्रति प्रशासन का रवैया कई सवाल खड़े कर रहा है। वाड्रा ने एक्स पर लिखा, ‘इतनी भयावह घटना के बाद एक पिता को ये सवाल क्यों उठाने पड़ रहे हैं। क्या पीड़िता के पिता को अपनी बेटी के साथ हुए व्यवहार की सच्चाई जानने का अधिकार नहीं है। प्रशासन को लड़कियों के शवों का अंतिम संस्कार करने की इतनी जल्दी क्यों है। फर्रुखाबाद में दो दलित लड़कियों के साथ हुई घटना को लेकर प्रशासन का रवैया कई सवाल खड़े कर रहा है। चाहे हाथरस हो, उन्नाव हो या फर्रुखाबाद हर जगह एक ही क्रूर कहानी दोहराई जाती है। तो क्या दलितों, पिछड़ों, वंचितों, गरीबों, महिलाओं या जो भी कमजोर है, उन्हें अब न्याय की उम्मीद छोड़ देनी चाहिए।’
घटना पर क्या बोले पुलिस अधीक्षक
फर्रुखाबाद की घटना पर एसपी ने कहा कि पुलिस ने गांव में पहुंचकर अपनी जांच पड़ताल की और परिजनों की मदद से शवों को नीचे उतारा गया। पूरे घटनाक्रम की हमने वीडियोग्राफी भी की है। फॉरेंसिक टीम ने भी वहां पर जांच की है। फिर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और इसकी भी वीडियोग्राफी करवाई गई। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में यह बात निकल कर आई कि लड़कियों के द्वारा आत्महत्या की गई है। कोई भी चोट पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में नहीं थी। इस मामले में सीएमओ से भी बात हुई और उन्हें भी इस बात की जानकारी दे दी गई है। शव को पोस्टमार्टम करने के बाद में उनके परिवार वालों को दे दिया गया। उन्होंने कहा कि घटना के हर एक बिंदु पर हम लोग जांच पड़ताल कर रहे हैं।