Arvind Kejriwal Arrest: देश की राजनीति में गुरुवार रात से उथल-पुथल मची हुई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। शुक्रवार को उन्हें दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने कोर्ट में 28 पेजों की दलील दी। साथ ही, कहा कि केजरीवाल के खिलाफ उसके पास पर्याप्त सबूत हैं। आइए अब जानते हैं कि प्रवर्तन निदेशालय के पास दिल्ली सीएम के खिलाफ क्या-क्या सबूत हैं।

एक्साइज पॉलिसी से मिली रिश्वत में से 45 करोड़ रुपये गोवा भेजे गए थे। इन पैसों की कैश ट्रेल ईडी को मिली है। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के अलावा कई बिचौलियों से भी ईडी को अहम सबूत मिले हैं। ईडी ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली की शराब नीति बनाने में सीधे तौर पर शामिल थे। केजरीवाल ने साउथ ग्रुप से रिश्वत की मांग की थी। हमारे पास इसे साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत और बयान है।

विजय नायर ने बिचौलिए के तौर पर काम किया

ईडी ने कहा की केजरीवाल प्रत्यक्ष रूप से आबकारी मामले में शामिल थे। ईडी ने कहा विजय नायर बिचौलिए के तौर पर केजरीवाल और के कविता के लिए काम कर रहा था। विजय मुख्यमंत्री आवास के पास रहता था। वह मीडिया प्रभारी था। ईडी ने कहा कि कविता ने आप पार्टी को 300 करोड़ दिए थे। ईडी ने कहा कि दो मौकों पर पैसों का लेनदेन हुआ था। विक्रेताओं के माध्यम से नकद पैसों का लेनदेन हुआ था।

ईडी ने चैट का हवाला दिया

ईडी ने आगे कहा कि हम इन बातों को निराधार रूप से नहीं कह रहे हैं। हमारे पास चैट से सभी बातों की पुष्टि होती है। चैट के मुताबिक, हवाला के जरिये गोवा में 45 करोड़ रुपये भेजे गए थे। कई लोगों को भारी भरकम कैश भेजा गया था। उन्होंने यह भी कहा कि कई इलेक्ट्रानिक सबूतों को नष्ट भी कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने यह भी घोटाले की राशि 600 करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है।